लोकसभा में आज राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा, सदन में भारी हंगामे की संभावना
राज्यसभा की कार्यवाही आज सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक चलेगी. जबकि लोकसभा की कार्यवाही शाम 4 बजे से रात 9 बजे तक चलेगी. विपक्षी नेताओं ने नए कृषि कानूनों और किसान आंदोलन के मुद्दे को जोरशोर से उठाने की बात कही है.
नई दिल्ली: लोकसभा में आज राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव को लेकर चर्चा शुरु होगी. लोकसभा में पश्चिम बंगाल से सांसद लॉकेट चटर्जी बहस की शुरुआत करेंगी. वहीं राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद और कांग्रेस सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने किसान कानूनों को लेकर कार्य स्थगन प्रस्ताव दिया है. तीनों किसान कानूनों को लेकर विपक्ष दोनों सदनों में हंगामा कर सकता है. राज्यसभा की कार्यवाही आज सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक चलेगी. जबकि लोकसभा की कार्यवाही शाम 4 बजे से रात 9 बजे तक चलेगी.
राज्यसभा की कार्यवाही अब 13 फरवरी तक ही चलेगी सभी राजनीतिक दलों के नेताओं ने सर्वसम्मति से तय किया है कि बजट सत्र का पहला भाग 13 फरवरी तक संचालित होगा. ताकि विभागों से संबद्ध संसदीय समितियां विभिन्न विभागों और मंत्रालयों की अनुदान मांगों की जांच कर सकें. पहले, बजट सत्र के पहले भाग का संचालन 15 फरवरी तक होना था.
सभापति वेंकैया नायडू ने विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं को भरोसा दिलाया कि सदन में सभी विषयों पर चर्चा होगी. उन्हें मुद्दों को उठाने के लिए पर्याप्त समय भी मिलेगा. संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि सरकार सभी मुद्दों पर बहस और जवाब देने के लिए तैयार है. विपक्षी नेताओं ने नए कृषि कानूनों और किसान आंदोलन के मुद्दे को जोरशोर से उठाने की बात कही है.
किसान आंदोलन का आज 69वां दिन दिल्ली बॉर्डर पर आज किसानों के विरोध प्रदर्शन का 69वां दिन है. दिल्ली की सभी सीमाओं पर सुरक्षा घेरा बढ़ाया जा रहा है. 26 जनवरी को हुई दिल्ली हिंसा और फिर 29 जनवरी को सिंघु बॉर्डर पर स्थानीय लोगों के नाम आए उपद्रवियों के आंदोलन कर रहे किसानों पर हमले के बाद सिंघु बॉर्डर को नए सिरे से किले में बदला जा रहा है. जहां एक तरफ किसानों के टेंट से 2 किलोमीटर पहले ही पुलिस ने गाड़ियों का प्रवेश बंद कर दिया है, वहीं अंदर की तरफ घेरेबंदी बढ़ा दी है.
सिंघु बॉर्डर के अलावा टिकरी बॉर्डर पर प्रशासन ने सड़क पर बड़ी बड़ी नुकीली कीलें लगवा दी हैं. गाजीपुर बोर्डर पर भी सीमेंट आदि से पक्की बैरिकेडिंग बनाई जा रही है. पुलिस की जबरदस्त घेराबंदी को लेकर प्रदर्शनकारी किसान सवाल उठा रहे हैं.
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