नई दिल्ली: आज देश 74वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. इस मौके पर लाल किले के प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सातवीं बार देश को संबोधित करेंगे. इस बार स्वतंत्रता दिवस का मुख्य थीम ‘जय-भारत’ होगी. ये थीम सीटिंग प्लान में भी दिखाई पड़ेगी. सुबह ठीक 7.18 बजे प्रधानमंत्री लाल किले के लाहौर गेट पर अपने सुरक्षा काफिले के साथ पहुंचेंगे. क्योंकि हर साल की तरह इस बार में लाल किले पर हो रहे स्वतंत्रता दिवस समारोह की पूरी जिम्मेदारी रक्षा मंत्रालय के कंधों पर है, इसलिए पीएम के लाल किले पहुंचने पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और रक्षा सचिव अजय कुमार उनका स्वागत करेंगे. इससे पहले ठीक 7 बजे पीएम मोदी राजघाट भी जाएंगे, जहां वह राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि पर फूल समर्पित करेंगे.
सेना और पुलिस की ज्वाइंट टुकड़ी पीएम मोदी को देगी सलामी
लाल किले पर पहुंचने के बाद रक्षा सचिव पीएम को दिल्ली-एरिया जीओसी, लेफ्टिनेंट जनरल विजय कुमार मिश्रा से मुलाकात कराएंगे. जीओसी उन्हें सैल्यूटिंग बेस पर ले जाएंगे, जहां पर सेनाओं के तीनों अंगों (थलसेना, वायुसेना और नौसेना) और पुलिस की ज्वाइंट टुकड़ी पीएम को सलामी देंगी. पीएम गार्ड ऑफ ऑनर भी लेंगे. इस टुकड़ी में एक ऑफिसर सहित सभी सेनाओं और पुलिस के 24-24 जवान शामिल होंगे. थलसेना की तरफ से गढ़वाल राईफल्स की दूसरी बटालियन हिस्सा ले रही है. गार्ड ऑफ ऑनर के बाद पीएम लाल किले के प्राचीर पर पहुंचेंगे. जहां पर रक्षा मंत्री, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ और तीनों सेनाओं के प्रमुख उनकी आगवानी करेंगे.
मेजर श्वेता पांडेय तिरंगा फहराने में पीएम मोदी की मदद करेंगी
जीओसी दिल्ली एरिया पीएम को तिरेंग फहराने के लिए लेकर जाएंगे. इस साल थलसेना की मेजर श्वेता पांडेय फ्लैग-ऑफिसर होंगी, जो पीएम को तिरंगा फहराने में मदद करेंगी. थलेसना की ईएमई यानी इलेक्ट्रोनिक एंड मैकेनिकल इंजीनियरिंग कोर की अधिकारी श्वेता पांडेय साल 2012 में सेना में शामिल हुई थीं. लखनऊ के सिटी मांटेसरी स्कूल की छात्रा रहीं श्वेता ने कम्पयूटर साइंस में बीटेक किया हुआ है. इसी साल जून के महीने में रूस के विक्टरी-डे परेड में भी मेजर श्वेता पांडेय ने भारतीय सेना की टुकड़ी का नेतृत्व किया था.
राष्ट्रीय ध्वज फहराने के तुरंत बाद ही ‘राष्ट्रीय-गार्ड’ पीएम को नेशनल-सैल्यूट दिया जाएगा. राष्ट्रीय-गार्ड में कुल 32 जवान होंगे, जो तीनों सेनाओं और दिल्ली पुलिस के होंगे. सभी का एक-एक अफसर भी शामिल होंगे. थलसेना के ग्रेनेडियर रेजीमेंटल सेंटर का बैंड राष्ट्रगान की धुन बजाएगा. इस बैंड का नेतृत्व कर रहे हैं सूबेदार-मेजर अब्दुल गनी. इसके तुंरत बाद 21 तोपों की सलामी दी जाएगी. थलसेना की फील्ड-बैटरी ये सलामी देगी. इसके बाद प्रधानमंत्री देश को संबोधित करेंगे. कोविड महामारी को देखते हुए इस साल स्कूली बच्चे स्वतंत्रता दिवस समारोह का हिस्सा नहीं है. करीब 500 एनसीसी कैडेट्स इस बार लाल किले पर दर्शक-दीर्घा में मौजूद होंगे.
कोविड महामारी को लेकर रक्षा मंत्रालय की गाइडलाइंस-
रक्षा मंत्रालय ने 15 अगस्त, 2020 को स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर लाल किले पर ध्वजारोहण कार्यक्रम के लिए विशेष प्रबंध किए हैं. कार्यक्रम के दौरान कोविड-19 परिदृश्य से संबंधित सावधानियों और राष्ट्रीय समारोह की शुचिता और गरिमा के बीच संतुलन बनाए रखने की भी पूर्ण व्यवस्था की गई है.
1- निर्बाध आवाजाही और भीड़ को कम रखने की व्यवस्था के अंतर्गत उचित दूरी पर बैठने और आने-आने की सुविधा के लिए लकड़ी के फर्श को गलीचों से ढका गया है. सभी आमंत्रित अतिथियों के लिए सुगम मार्ग सुनिश्चित करने और लोगों को कतार मे खड़े रहने से बचाने के लिए अतिरिक्त मेटल डिटेक्टरों वाले मार्गो की पर्याप्त दूरी के साथ व्यवस्था की गई है. वाहनों के प्रवेश और निकास को सुचारू रूप से सुनिश्चित करने के लिए अधिकांश पार्किंग क्षेत्रों को ईंट से ढँकते हुए पक्का किया गया है.
2- गार्ड ऑफ ऑनर में शामिल सुरक्षा कर्मियों को सुरक्षा के मद्देनजर क्वारंटीन में रखा गया हैं.
3- बैठने के लिए दिशानिर्देशक नियम "दो गज की दूरी" (अथवा समारोह के दौरान बैठने वाले किन्ही दो मेहमानों के बीच 6 फीट की दूरी) रखी गई है.
4- समारोह में उपस्थिति को केवल निमंत्रण के आधार पर स्वीकृत किया जाता है इसलिए जिन सदस्यों के पास औपचारिक निमंत्रण नहीं है, उनसे अनुरोध किया जाता है कि वे कृपया कार्यक्रम स्थल पर न आऐं. अधिकारियों, राजनयिकों, जनता के प्रतिनिधियों और मीडिया आदि के लिए लगभग 4000 से अधिक आमंत्रण जारी किए गए हैं.
5- सुरक्षा पर नज़र रखने के साथ, ) एनसीसी कैडेट्स को (छोटे स्कूली बच्चों के बजाय) समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया और उन्हें ज्ञानपथ पर बैठाया जाएगा.
6- आमंत्रित अतिथियों को कोविड संबंधित सुरक्षा उपायों के प्रति संवेदनशील बनाने के लिए, प्रत्येक निमंत्रण कार्ड के साथ कोविड संबंधित दिशानिर्देशों का पालन करने के लिए विशिष्ट सलाह जारी की गई है. समारोह समापन के पश्चात, कार्यक्रम स्थल से निकासी के समय संयम और धैर्य बनाए रखने के लिए प्रत्येक आमंत्रित अतिथि की सीट पर एक इस संदर्भ में दिशा-निर्देशों का पालन करने के लिए एक अपील कार्ड रखा जाएगा. इस संबंध में कमेंट्री बूथ से समय-समय पर घोषणा भी की जाएगी. इस संदर्भ में, यातायात पुलिस की एडवाइजरी भी शामिल होगी. बैठने के लिए बनाए गए एक निर्धारित दूरी के विभिन्न स्थलों पर नियंत्रण अधिकारियों के माध्यम से कार्यान्वयन की एक व्यवस्थित योजना भी बनाई गई है. इस संबंध में, सभी आमंत्रित अतिथियों से इन दिशा-निर्देशों का पालने करने में ईमानदारी से सहयोग करने का निरंतर अनुरोध किया जाएगा.
7- समारोह के दौरान होने वाली ड्रिल्स में भी सोशल डिस्टेंसिंग के मानकों के साथ-साथ अन्य एहतियाती उपायों को बनाए रखने के लिए दूरी बनाए रखी गई है.
8- प्रवेश के दौरान, किसी भी व्यक्ति में कोविड-19 से संबंधित कोई भी लक्षण मिलने पर पर्याप्त चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए चार बूथों, एक प्राचीर के निकट, एक माधवदास पार्क में और दो को 15 अगस्त पार्क स्थापित किया गया है. इन चारों स्थलों पर एम्बुलेंस भी तैनात रहेंगी.
9- आमंत्रित अतिथियों के लिए सभी प्रवेश द्वारों पर थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था भी की गई है. लाल किले के अंदर और बाहर के परिसर की पूरी तरह से स्वच्छता नियमित रूप से की जा रही है.
10- सभी आमंत्रित अतिथियों से मास्क पहनने का अनुरोध किया गया है. इसके अलावा, विभिन्न स्थानों पर वितरण के लिए पर्याप्त संख्या में उपयुक्त मास्क रखे जा रहे हैं. इसी तरह से, पूर्व-निर्धारित स्थानों पर हैंड सैनिटाइज़रों को भी उपलब्धत कराया गया है. सभी आमंत्रित अतिथियों को इन सारी जानकारियों को देने के लिए डिस्प्ले बोर्डो को भी लगाया गया है.
11- एनसीसी कैडेट्स के पीछे ज्ञानपथ पर फूलों की व्यवस्था की गई है ताकि इस क्षेत्र के परिदृश्य में सौन्दर्य को बढ़ाया जा सके.