नई दिल्लीः आज देशभर में भाई-बहन के प्यार का त्यौहार रक्षाबंधन का मनाया जा रहा है. आज राखी बंधने का शुभ मुहुर्त दोपहर 1.42 बजे तक ही था सुबह 11:06 बजे से दोपहर 01:42 बजे तक ही राखी बांधने का शुभ मुहुर्त था. आज ही चंद्र ग्रहण है ऐसे में 1.42 पर सूतक लग जाएगा.
हर साल भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन का त्योहार श्रावण पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है. इस साल रक्षाबंधन के दिन भद्राकाल के साथ ही चंद्रग्रहण का साया भी है. 12 साल बाद इस पर्व के दिन चंद्रग्रहण लग रहा है.
राखी के दिन
राखी के दिन 11:06 बजे तक भद्रा है और इस वजह से आप दिन के 11:06 बजे तक रक्षाबंधन नहीं मना सकते हैं.
त्योहार मनाने के लिए क्या रहा शुभ मुहूर्त
भद्रकाल -11.04 बजे तक
सूतक दोपहर 1.42 पर
राखी बांधने का समय सुबह 11.05 से लेकर दोपहर 1.42 बजे तक रहा
चंद्रग्रहण 07 अगस्त की रात 10.52 पर लगेगा.
जानें चंद्रग्रहण के बारे में
रक्षाबंधन के दिन लगने वाले चंद्रग्रहण का समय 5 घंटे एक मिनट तक रहा. लेकिन कुछ जगहों पर ये समय 1 घंटे 55 मिनट तक है. भारत के अलावा ये चंद्रग्रहण एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, साउथ-ईस्ट अमेरिका, अफ्रीका, प्रशांत, अटलांटिक, हिंद महासागर, यूरोप और अंटार्कटिका के ज्यादातर हिस्सों में देखा जाएगा. ग्रहण में चंद्रमा का मात्र एक छोटा अंश ही पृथ्वी की छाया के दायरे में आएगा. यह आंशिक ग्रहण भारत के सभी स्थानों से दिखाई देगा.
क्या है ग्रहण के प्रभाव से बचने का महाउपाय?
शाम के 07:30 मिनट के बाद सुंदर कांड का पाठ करें और सुंदर कांड के पाठ को रात 12:48 के पहले खत्म कर लें. सुंदर कांड का पाठ घर-गृहस्थी के दोषों को भी खत्म कर सकता है. ऊं हं हनुमते नम: रूद्रात्मकाय हुं फट् की 11 माला जप लें. सात प्रकार के अनाज का दान करें. ग्रहण से डरने की जरूरत नहीं है. क्योंकि बहुत से लोगों के लिए यह शुभ है.
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