नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज विश्व आर्थिक मंच के दावोस संवाद को संबोधित करेंगे और इस दौरान वह भारत के विकास संबंधी विभिन्न पहलुओं और प्रौद्योगिकी के उपयोग पर अपनी बात रखेंगे. प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 28 जनवरी को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से विश्व आर्थिक मंच के दावोस संवाद को संबोधित करेंगे.’’


इस कार्यक्रम में दुनिया के उद्योग जगत के 400 से अधिक शीर्ष प्रतिनिधि भाग लेंगे, जिसमें प्रधानमंत्री ‘चौथी औद्योगिक क्रांति-मानवता की भलाई के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग’ विषय पर सत्र को संबोधित करेंगे. बयान के मुताबिक प्रधानमंत्री इस दौरान सीईओ के साथ बातचीत भी करेंगे.


वैश्विक नेताओं भी होंगे शामिल


अन्य वैश्विक नेताओं के अलावा इस सम्मेलन को अभी तक चीनी राष्टपति शी जिनपिंग, जर्मनी की चांसलर एंजेला मार्कल और रूस के राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन संबोधित कर चुके है. बयान के मुमाबिक दावोस संवाद एजेंडा कोविड-19 महामारी के बाद की दुनिया में विश्व आर्थिक मंच की महत्वपूर्ण पहल की शुरुआत का प्रतीक है.


लॉकडाउन में अरबपतियों की संपत्ती में हुआ इजाफा


बता दें कि विश्व आर्थिक मंच के ‘दावोस संवाद’ के पहले गरीबी उन्मूलन के लिए काम करने वाली संस्था ऑक्सफैम ने अपनी रिपोर्ट पेश की है. इसके माध्यम से बताया गया है कि भारत में कोरोना की वजह से लगाए गए लॉकडाउन के दौरान भारत के अरबपतियों की दौलत में 35 फीसदी की बढ़ोत्तरी देखी गई है.


इस रिपोर्ट में कोरोना वयारस को बीते सौ सालों का सबसे बड़ा संकट बताया गया है. वहीं इस रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि देशभर में लॉकडाउन लगाए जाने के बाद तकरीबन 12.2 करोड़ लोगों ने अपना रोजगार खो दिया. वहीं इस दौरान देश के कुल 11 अरबपतियों की संपत्ती में काफी इजाफा देखने को मिला.


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