चंडीगढ़ः भारतीय महिला हॉकी टीम टोक्यो ओलंपिक्स में पदक से बेशक चूक गई हो पर देशवासियों का दिल जरूर टीम ने जीत लिया है. सभी खिलाड़ी अपने-अपने घर पहुंच चुके हैं. वहीं मिड फिल्डर मोनिका मलिक जो चंडीगढ़ में रहती हैं वह भी वापस अपने घर पहुंच चुकी हैं. इस दौरान मोनिका मलिक ने एबीपी न्यूज से खास बातचीत में कहा कि उनकी टीम बेशक मेडल नहीं जीत पाईं लेकिन हमलोग का प्रदर्शन बहुत अच्छा रहा है.


मोनिका मलिक ने कहा कि टीम का भविष्य बहुत अच्छा है. उन्होंने बताया कि टीम के कोच बदलने के बाद बहुत ज्यादा बदलाव आया है. इस दौरान उन्होंने बताया कि खिलाड़ियों की फिटनेस बहुत अच्छी है.


टोक्यो ओलंपिक में प्रदर्शन को लेकर उन्होंने कहा कि ओलंपिक गेम्स महिला हॉकी के लिए टर्निंग प्वाइंट है, ओलंपिक में बेटियों का शानदार प्रदर्शन महिला हॉकी को और ऊंचाई पर ले जाएगा.


उन्होंने कहा कि देश में लड़कियों को कोई न कोई खेल जरूर खेलना चाहिए. उन्होंने कहा कि लड़कियों के माता-पिता को भी चाहिए कि वह अपनी बेटियों को खेलने के लिए प्रेरित करें.


वंदना कटारिया के परिवार के खिलाफ जातिसूचक शब्दों के इस्तेमाल और जाति को लेकर टारगेट करने को लेकर मोनिका मलिक ने कहा कि यह गलत है और वंदना ही क्यों किसी भी देशवासी के खिलाफ जाति के नाम पर हमला गलत है.


महिला हॉकी टीम में गरीब घरों से आने वाली लड़कियों को लेकर उन्होंने कहा कि हॉकी को गरीबों का खेल ही कहा जाता है पर साथ हीं कहा की खिलाड़ियों को आर्थिक तौर पर निश्चित तरीके से मदद मिलनी चाहिए.


उन्होंने कहा की ओलंपिक में ऑस्ट्रेलिया को हराना एक टर्निकंग प्वाइंट था. इस दौरान मलिक ने ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक का भी धन्यवाद किया. बता दें कि नवीन पटनायक की सरकार ने हॉकी टीम को स्पॉन्सर किया.


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