Nitin Gadkari: नरेंद्र मोदी सरकार क्या खत्म कर देगी Toll Tax? केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने दे दिया साफ जवाब
Nitin Gadkari on Toll Tax: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में नितिन गडकरी सड़क, परिवहन और राजमार्ग की जिम्मेदारी संभालते हैं. उन्होंने टोल टैक्स को लेकर बड़ा बयान दिया है.
Nitin Gadkari on Toll Tax: केंद्रीय सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने टोल टैक्स को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने साफ कर दिया कि यह कर भविष्य में भी खत्म नहीं होगा. यह पूछे जाने पर कि आज इतना टोल लगा दिया गया है कि हर मिडिल क्लास आदमी परेशान है? स्वतंत्र पत्रकार शुभांकर मिश्रा के साथ पॉडकास्ट के दौरान केंद्रीय मंत्री का जवाब आया, "टोल तो हम धनवान (अमीर) लोगों से ले रहे हैं." आगे जोर देकर पूछे जाने पर कि यानी भविष्य में टोल टैक्स खत्म नहीं होगा? नितिन गडकरी बोले, "बिल्कुल नहीं होगा. अगर आपको अच्छी सेवाएं चाहिए तब आपको उसके लिए रुपए चुकाने होंगे."
केंद्रीय मंत्री आगे बोले, "मैं आज क्यों इतना काम कर रहा हूं. आज इंडिया की सड़कों का इंफ्रास्ट्रक्चर अमेरिका की सड़कों के बराबर क्यों गया, यह सिर्फ बजट के पैसों से नहीं हुआ है. मैंने इवेंट्स-बॉन्ड्स से पैसे खड़े किए, बैंकों से कर्जा लिया और लोगों से रकम जुटाई...तब जाकर हुआ." नितिन गडकरी के मुताबिक, "टोल वहां से मिलता है, जहां इकनॉमिक ग्रोथ (आर्थिक विकास) होती है. जहां ग्रोथ रेट ज्यादा होती है, पर कैपिटा इनकम अधिक होती है और गाड़ियों की संख्या अधिक होती है, वहां टोल होता है. आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, दिल्ली, पंजाब और हरियाणा से टोल मिलता है. यूपी-बिहार, झारखंड और नॉर्थ ईस्ट से इतना टोल नहीं मिलता है."
टोल टैक्स का पैसा जाता कहां है?
मोदी सरकार में अपने काम के लिए जाने जाने वाले नितिन गडकरी ने बताया, "टोल टैक्स की रकम केंद्र में वित्त मंत्रालय के पास जाती है. मंत्रालय फिर हमें वही पैसा बढ़ा देता है." केंद्रीय मंत्री ने उदाहरण देते हुए आगे कहा कि मुंबई से पुणे जाने में नौ घंटे लगते थे, जबकि अब दो घंटे लग रहे हैं. सात घंटे का समय और ईंधन बचा. उन्होंने जाम की समस्या पर कहा कि अगर वह फेरिफेरल रिंग रोड नहीं बनाते तो उनके घर तक नहीं पहुंचा जा सकता था. धौलाकुआं में ट्रकों का लंबा जाम लगा रहता था.