Tomato Fever In India: दुनिया के साथ-साथ भारत (India) भी पिछले कुछ सालों से कोरोना (Corona) जैसी महामारी (Pandemic) से लड़ रहा है. कोरोना महामारी के बाद मंकीपॉक्स (Monkeypox) ने दुनिया के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दीं और अब एक नई बीमारी ने दस्तक दे दी है. हाथ पैर और मुंह की बीमारी (HFMD), जिसे हम टोमैटो फीवर (Tomato Fever) के नाम से जान रहे हैं. ये बीमारी बच्चों को निशाना बना रही है. ये बुखार 1 साल से लेकर 5 साल के बच्चों और जिन वयस्कों की इम्युनिटी पावर कम है उन्हें अपना शिकार बना रहा है.
ये तो हुई बीमारी की बात. अब बात करते हैं जिसे हम टोमैटो फीवर के नाम से जान रहे हैं, उसको टोमैटो फीवर या टमाटर बुखार कहना कितना सही है. इस मामले पर एक्सपर्ट्स का कहना है कि हाथ-पैर और मुंह की बीमारी जिसे एचएफएमडी यानी हैंड फुट माउथ डिजीज कहते हैं, उसे टोमैटो फीवर का नाम देकर भ्रमित किया जा रहा है.
क्या कहना है मेडिकल एक्सपर्ट्स का?
इस मामले पर आईएमए की नेशनल टास्क फोर्स के सह- अध्यक्ष डॉ. राजीव जयदेवन का कहना है कि हाथ पैर और मुंह की बीमारी के लिए टोमैटो फीवर एक भ्रमित नाम है. ये एक मामूली बुखार है जो 10 साल से कम के बच्चों में पाया जाता है. ये कॉक्साकी वायरस की वजह से होता है. इसकी वजह से लाल निशान पड़ जाते हैं जिसकी वजह से किसी ने इसे टोमैटो फीवर कह दिया जो अब सभी की जुबान पर चढ़ गया है, लेकिन इसको टोमैटो फीवर कहना गलत होगा क्योंकि कई लोगों को ये लगता है कि ये बीमारी टमाटर से फैल रही है.
सही तथ्यों की जांच करना जरूरी
सर गंगाराम अस्पताल में वरिष्ठ सलाहकार डॉ. धीरेन गुप्ता का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से अखबारों में आ रहा है कि केरल से एक नई बीमारी आई है जिसे टोमैटो फीवर नाम दिया. देश अभी कोरोना जैसी गंभीर बीमारी से उबर रहा है अब नई बीमारी का नाम सामने आ गया. इस तरह की खबरें लोगों में घबराहट पैदा कर देती हैं. इससे पहले बीमारी के बारे में सही तथ्यों की जांच कर लेना बेहद जरूरी है.
उन्होंने आगे कहा कि ये हाथ पैर और मुंह की बीमारी की तरह लगती है. जिसमें जोड़ों में दर्द और बहुत तेज बुखार शामिल है. ये बीमारी कई तरह के एंटरोवायरस की वजह से हो सकती है. ये दूसरे अन्य वायरस की तरह जानलेवा नहीं है.
कैसे फैलती है ये बीमारी?
डॉक्टर राजीव जयदेवन कहते हैं कि ये बीमारी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलती है जैसे आम तौर पर जुकाम में भी होता है. इसलिए बच्चे का डायपर बदलते वक्त इस चीज का बेहद ध्यान रखा जाए कि कहीं आपको कोई इंफेक्शन तो नहीं है.
क्या है इसका बचाव?
डॉक्टर जयदेवन (Dr Rajeev Jayadevan) बताते हैं कि इस बीमारी (Tomato Fever) से बचाव हाथ साफ रखने और जरूरी एहतियात बरतने से किया जा सकता है. इसमें केवल सहायक उपचार (Supportive Treatment) की जरूरत होती है. इसमें गंभीर जैसी कोई बात नहीं है और किसी भी तरह की चिंता करने की जरूरत नहीं है.
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