नई दिल्ली: इन दिनों टमाटर के दो रंग देखने को मिल रहे हैं. एक तरफ जहां राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की मंडियों में टमाटर दो रुपये किलो टमाटर बिक रहा है तो वहीं मध्य प्रदेश और राजस्थान में इसकी कीमत आसमान छू रही है. जयपुर की मंडी में टमाटर के दाम एक हफ्ते पहले की तुलना में दोगुने हो गए हैं. एक हफ्ते पहले तक जो टमाटर 4 से 5 रुपए किलो थोक के भाव में आते थे आज 7 रुपए किलो थोक के भाव आ रहे हैं. मध्यप्रदेश में भी यही हाल है. टमाटर लोगों का बजट बिगाड़ रहा है.


एक सप्ताह पहले जो टमाटर 10 रूपए किलो ग्राहकों को मिल रहा था वह अब बढ़कर 20 रूपए किलो हो गया है. मंडी में सब्जी की दुकानों पर टमाटर कम मात्रा में दिख रहे हैं. भोपाल की सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि टमाटर मंडी में कम आ रहा है जिसकी वजह से इसकी कीमत ज्यादा है. उनका कहना है कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार हुई बढ़ोतरी भी टमाटर के महंगा होने का एक बड़ा कारण है. इंदौर में भी टमाटर काफी महंगा हो गया है. मंडी में टमाटर तो है लेकिन इसके खरीदारों में कमी आई है. विक्रेताओं का कहना है मंडी में टमाटर ज्यादातर महाराष्ट्र से आता है और इस वक्त महाराष्ट्र में टमाटर के दाम में तेजी की वजह से यहां भी टमाटर महंगे हो रहे हैं.


MP में क्यों लाल हुआ टमाटर?
मध्य प्रदेश और राजस्थान में ज्यादातर टमाटर महाराष्ट्र से आते हैं. जहां मंडियों में इस समय टमाटर महंगा है. वहां से लाने में पहले की तुलना में ज्यादा खर्च लगता है. पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी भी एक वजह है.


दिल्ली में क्यों सस्ता है टमाटर?
उत्तर भारत में गर्मी की वजह से टमाटर तेजी से पक रहे हैं और इसी वजह से किसान तेजी से मंडी में टमाटर लेकर आ रहे हैं. यहां टमाटर मंडी में दो से तीन रुपये किलो की कीमत से बिक रहा है. ओखला मंडी के एक मंडी कारोबारी का कहना है कि हमें इस व्यापार में कोई बचत नहीं हो रहा है. दो रुपये से तीन रुपये किलो बिक रहा है. हम परेशान हैं. खर्च पूरे नहीं हो रहे हैं. दो रुपये कीलो हम बेच रहे हैं.


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