नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सफदरजंग एनक्लेव के हुमायूंपुर गांव में एक मकबरे को कथित तौर पर मंदिर में बदलने का मामला सामने आया है. इस मामले में दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने संज्ञान लेते हुए रिपोर्ट तलब की है. उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने संस्कृति एवं भाषा विभाग (एसीएल) की सचिव को आज रिपोर्ट जमा करने के निर्देश दिये हैं. उप मुख्यमंत्री ने सचिव को दिए अपने आदेश में कहा, ''धरोहर संपत्ति को नुकसान पहुंचाना कानून के खिलाफ है और एक गंभीर अपराध है. सचिव ( एसीएल ) घटना के ब्योरे और उनके द्वारा की गई कार्रवाई की जानकारी देते हुए विस्तृत रिपोर्ट सौंपे.''


सफदरजंग एनक्लेव रिहाइशी इलाका माना जाता है. इसके बीच में कथित तौर पर तुगलक शासनकाल में बने मकबरे रो मार्च में सफेद और भगवा रंग से रंग दिया गया और मंदिर रख दी गई. दिल्ली सरकार ने इस मकबरे को स्मारक का दर्जा दिया था. पुरातत्व विभाग के सिटिजन चार्टर के मुताबिक, किसी स्मारक की मूल संरचना में बदलाव नहीं किया जा सकता है. रंगाई नहीं की जा सकती है.


द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, इंडियन नैशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट ऐंड कल्चरल हेरिटेज (INTACH) के दिल्ली चैप्टर की संयोजक स्वपना लिडल ने कहा, ''यह जमीन कब्जाने का मामला है. सुरक्षा की जिम्मेदारी हमारी नहीं है. हम केवल मरम्मत करवाते हैं.''