नई दिल्लीः प्रेस कांफ्रेंस के दौरान दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने पत्रकारों के भी सवाल के जवाब दिए. एबीपी न्यूज़ ने टूलकिट मामले पर पुलिस कमिश्नर से सवाल किया. हमारे संवाददाता मनोज वर्मा ने सवाल किया कि अभी तक दिल्ली पुलिस ने जो भी इन्वेस्टिगेशन की है टूलकिट मामले की और 26 जनवरी को हिंसा हुई उसमे मुख्य साजिशकर्ता इंडिया के बाहर हैं. उनके लिए दिल्ली पुलिस क्या कारवाई कर रही है? क्योंकि ये साजिश बाहर से रची गई इसलिए ये जानना जरूरी है? इस सवाल का जवाब दिल्ली दिल्ली पुलिस कमिश्नर एसएस श्रीवास्तव ने थोड़ा घुमा कर दिया पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने जवाब में कहा कि आगे हम क्या करेंगे वो जैसे जैसे हम आगे बढ़ेंगे हमें क्लियर होता जाएगा. इन सब पर कानून का प्रावधान है. इन्वेस्टिगेशन इन इंडिया और इन्वेस्टिगेशन इन अब्रॉड दोनो का प्रावधान है. मैं इसपर और टिप्पणी नही करूंगा.
दरअसल आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिल्ली पुलिस कमिश्नर टूल किट मामले को लेकर थोड़ा बस स्टैंड लगाएं जिस भी पत्रकार ने टूलकिट मामले को लेकर कमिश्नर से सवाल किए हैं उस सवाल का जवाब कमिश्नर साहब ने घुमा फिरा कर ही दिया. जम्मू से यह सवाल किया गया कि आखिरकार 26 जनवरी की हिंसा के मामले में दिन भी किसान नेताओं को नोटिस दिया गया है उन किसान नेताओं ने अभी तक इन्वेस्टिगेशन जॉइन क्यों नहीं की है इस सवाल के जवाब पर दिल्ली पुलिस कमिश्नर का कहना था.
इस पूरे किसान आंदोलन की जांच में हमने पहले ही 152 लोंगों को गिरफ्तार किया है. कुछ लोग जांच को जॉइन नही किया है लेकिन ये उनकी इच्छा पर निर्भर नही है कि वो जॉइन करेंगें या नही. किसान नेताओं को जो नोटिस दिया गया हैं उसपर उन्होंने रेस्पांड किया है. हम सारी इन्वेस्टिगेशन को यहाँ पर डिस्कस नही कर सकते.
पुलिस ने दिशा की 3 दिन की ज्यूडिशल कस्टडी की मांग की. पुलिस का कहना था कि अभी इस मामले की जांच जारी है और इस मामले में 22 तारीख को शांतनु को नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुलाया गया है लिहाजा दोनों को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ करनी है इतना ही नहीं पुलिस का यह भी कहना था कि सबूतों को नष्ट किया जा सकता है. इसलिए आरोपी को जेल भेज दिया जाए. इसके बाद अदालत ने दिशा रवि को 3 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया. इसके अलावा दिशा के वकील की तरफ से सुबह कोर्ट में जमानत याचिका भी लगाई गई थी. जिस पर कल सुनवाई होनी है.