नई दिल्ली: किसान प्रदर्शन से संबंधित टूलकिट सोशल मीडिया पर साझा करने के आरोप में गिरफ्तार जलवायु कार्यकर्ता दिशा रवि का ग्रेटा थनबर्ग ने समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि बोलने की आजादी से समझौता नहीं किया जा सकता है.


बता दें कि जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग द्वारा साझा किए गए किसानों के आंदोलन का समर्थन करने वाले ‘टूलकिट’ की जांच कर रही दिल्ली पुलिस ने दिशा रवि को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने 13 फरवरी को दिशा को बेंगलुरू से गिरफ्तार किया था.


स्वीडन की रहने वाली ग्रेटा ने #StandWithDishaRavi के साथ आज ट्वीट किया. उन्होंने लिखा, ''बोलने की आजादी, शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन और जनसभा करना मानवाधिकार है. ये किसी भी लोकतंत्र का मूल हिस्सा होना चाहिए.''


बता दें कि दिशा रवि को आज दिल्ली पुलिस ने पांच दिन की हिरासत अवधि समाप्त होने के बाद कोर्ट में पेश किया. जहां अदालत ने दिशा को तीन दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया.


पुलिस ने कहा कि दिशा रवि पुलिस कस्टडी के दौरान पूछताछ में सवालों से बचती रही है. उन्होंने सारा दोष निकिता और शांतनु पर मढ़ा है. हमने शांतनु को 22 फरवरी को पूछताछ के लिए समन किया है.


पुलिस ने कहा कि हमने कई लोगों को पूछताछ में शामिल होने के नोटिस जारी किया है. लिहाजा इस मामले में आरोपी शांतनु को भी हमने नोटिस किया है और दिशा रवि को शांतनु के साथ बिठाकर पूछताछ किए जाने की जरूरत है.


दिल्ली पुलिस का कहना है कि टूलकिट के जरिए भारत सरकार के खिलाफ व्यापक साजिश रची गई थी.


टूलकिट केस: दिशा रवि को कोर्ट ने 3 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा | पुलिस ने अदालत में किया ये बड़ा दावा