नई दिल्ली: दिशा रवि की गिरफ्तारी को लेकर लगातार राजनीतिक बयानबाजी चल रही है. एक तरफ विपक्ष पुलिस और सरकार पर निशाना साध रहा है तो दूसरी तरफ सरकार और पुलिस की तरफ से कहा जा रहा है कि आरोपी की उम्र देखकर पुलिस और कानून काम नहीं करते, सबूतों के आधार पर करते हैं. फिलहाल इस मामले में जो तथ्य और सबूत सामने आए हैं, वह एक बड़ी साजिश की ओर इशारा कर रहे हैं.
बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी ने दिशा रवि की गिरफ्तारी को लेकर उठे सवालों पर कहा कि दिशा रवि के खिलाफ जो आरोप हैं, वह काफी गंभीर हैं. क्योंकि यह आरोप एक ऐसी साजिश रचने के हैं, जिससे देश की छवि को नुकसान पहुंचाया जा सके. मीनाक्षी लेखी यही नहीं रुकीं. उन्होंने कहा की जांच इस बात की भी होनी चाहिए कि साल 2015 में राहुल गांधी ने माउंट कार्मेल कॉलेज में जो भाषण दिया था क्या उस दौरान दिशा उस कॉलेज में मौजूद थी? अगर थी तो जांच इस बात की भी होनी चाहिये कि क्या भाषण और इसका कोई लेनदेन है कि नहीं. बीजेपी सांसद ने कहा कि जांच इस बात की भी होनी चाहिए कि दिशा रवि एक साजिश का हिस्सा है या फिर एक कड़ी है और कौन बड़े लोग इनके पीछे शामिल हैं यह भी सामने आना चाहिए.
वहीं बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी ने विपक्ष की तरफ से लगातार उठाए जा रहे सवालों पर पलटवार करते हुए कहा कि मुंबई हमलों का आरोपी अजमल आमिर कसाब भी 21 साल का ही था और प्रियंका गांधी और राहुल गांधी के पिता की मौत में जो लोग शामिल थे, उनकी भी उम्र देखनी चाहिए. लिहाज़ा देश विरोधी गतिविधियों में शामिल लोगों की उम्र की बात नहीं होनी चाहिए, उनके खिलाफ कानून के हिसाब से कार्रवाई होनी चाहिए. बिधूड़ी ने कहा कि 26 जनवरी को जिन्होंने लाल किले पर चढ़कर तिरंगे का अपमान किया था, उनका समर्थन नहीं किया जा सकता और यह बात विपक्ष को भी समझ लेनी चाहिए.
बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी और रमेश बिधूड़ी समेत बीजेपी के कई नेताओं ने दिशा रवि की उम्र को लेकर विपक्ष द्वारा उठाए जा रहे सवालों पर पलटवार किया है. खास तौर पर बीजेपी नेताओं ने प्रियंका गांधी और राहुल गांधी के द्वारा दिशा रवि की उम्र को लेकर उठाए गए सवाल और दिशा के खिलाफ देशद्रोह की धारा के तहत मामला दर्ज करने को लेकर सवाल उठाए थे. एबीपी न्यूज़ से बातचीत के दौरान भी प्रियंका गांधी ने कहा था कि सरकार 21 साल की एक लड़की से डर रही है और उसको परेशान कर रही है.
सिर्फ बीजेपी नेताओं और सरकार के मंत्रियों ने ही नहीं बल्कि खुद दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने भी दिशा रवि की उम्र को लेकर उठाए जा रहे सवालों पर जवाब देते हुए कहा कि फिलहाल जो तथ्य सामने आए हैं, वह एक बड़ी साजिश की ओर इशारा कर रहे हैं. पुलिस कमिश्नर ने कहा कि कानून किसी आरोपी की उम्र को देखकर कार्रवाई नहीं करता. इतना ही नहीं पुलिस की जांच में जो तथ्य सामने आए थे, उसी के आधार पर अदालत ने दिशा रवि को पुलिस हिरासत में भेजा है, लिहाजा रवि की उम्र को लेकर जो सवाल उठाए जा रहे हैं, वो ठीक नहीं हैं.
गौरतलब है कि टूल किट मामले में दिशा रवि और ग्रेटा थनबर्ग के बीच की बातचीत का ब्यौरा भी सामने आ चुका है और उससे भी साफ हो रहा है कि दिशा रवि को भी बखूबी पता था कि टूलकिट को तैयार कर उसने एक गंभीर अपराध किया है और कानून की धाराओं के तहत उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो सकती है. सूत्रों की मानें तो यह तो सिर्फ एक खुलासा है, जबकि दिल्ली पुलिस के पास इससे जुड़े हुए कई और सबूत भी मौजूद हैं. साथ ही दिल्ली पुलिस इस केस से जुड़े हुए कई और सबूत जुटा रही है, जो इस बात की ओर इशारा कर रहे हैं कि 26 जनवरी की घटना पूर्व नियोजित थी और इसके जरिए देश को बदनाम करने की एक बड़ी साजिश रची गई थी.
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