रायपुर: टूलकिट मामले में छत्तीसगढ़ पुलिस आज पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह से पूछताछ करने वाली थी. पुलिस रमन सिंह के घर पूछताछ करने के पहुंची लेकिन इससे पहले ही रमन सिंह बीजेपी नेताओं के साथ कांग्रेस के खिलाफ धरने पर बैठ गए. इसी मामले में कल बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा को नोटिस देकर रायपुर पुलिस ने बुलाया था. लेकिन संबित के वकील ने रायपुर पुलिस को मेल भेजकर व्यस्ततता का हवाला देते हुए 7 दिन का समय मांगा है. 


धरने पर बैठे रमन सिंह ने जमकर राज्य की भूपेश बघेल सरकार और कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व पर निशाना साधा. रमन सिंह ने कहा, ''ये विरोध भारतीय जनता पार्टी का पूरा प्रदेश स्तरीय आयोजन है, जिसमें कांग्रेस की दबंगई नीति जिस प्रकार झूठे मामले में झूठे FIR संबित पात्रा के खिलाफ और मेरे ख़िलाफ़ किया गया है और जिस प्रकार षडयंत्र पूर्वक एक प्रजातंत्र में आवाज को दबाने की साजिश हुई  है. यह सब कुछ सोनिया गांधी और राहुल गांधी के इशारे में मुख्यमंत्री कर रहे हैं.''


उन्होंने कहा, ''मुझे लगता है कि इस मामले में जिस प्रकार टूल किट मामले में एफआईआर दर्ज की है और इसमें पुलिस से ज्यादा कांग्रेस पार्टी की सक्रियता है. कांग्रेस कार्यालय से पुलिस को जो नोटिस दिया जाता है, पुलिस कांग्रेस कार्यालय को गोपनीय दस्तावेज देती है. यह डॉक्यूमेंट उनके ट्वीट में आता है तो यह षडयंत्र दिखाता है कि यह सिर्फ कांग्रेस पार्टी की बदनाम करने की साजिश है.''


उन्होंने कहा, ''यह झूठे मामलों के जरिए कार्यकर्ताओं को दबाने का प्रयास है, जो कभी नहीं होगा. आज पूरे प्रदेश में प्रदर्शन हो रहे हैं. हर थाने के बाहर हमारे कार्यकर्ता बैठे हुए हैं. निश्चित रूप से यहां से लेकर न्यायालय तक हमारी लड़ाई जारी रहेगी.''


रमन सिंह ने कहा, ''कांग्रेस की हालत खराब है, हिंदुस्तान में कांग्रेस का अस्तित्व खत्म होता जा रहा है. भूपेष बघेल जी असम में बहुत ताकत लगा रहे थे, पूरा साफ हो गया. छत्तीसगढ़ मॉडल असम में फेल हो गया. काठ की हांडी एक बार ही चढ़ती है. असम के लोगों ने भी बता दिया कि छत्तीसगढ़ को डुबो रहे हो और असम में मॉडल दिखा रहे हो.''


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