रायपुर: कथित फर्जी टूलकिट मामले में बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए रायपुर पुलिस के सामने बुधवार को पेश होंगे. सिविल लाइन्स पुलिस स्टेशन, रायपुर ने यह जानकारी दी है. इससे पहले संबित पात्रा इस मामले में रविवार को पुलिस के सामने पेश नहीं हुए. पात्रा ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए पुलिस के सामने पेश होने में असमर्थता जताई.
पात्रा और बीजेपी के वरिष्ठ नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के खिलाफ इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई थी, जिसके बाद पुलिस ने पात्रा को रविवार चार बजे व्यक्तिगत तौर पर या वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश होने के लिए नोटिस भेजा था. वहीं अब पात्रा 26 मई को पुलिस के सामने पेश होंगे.
सिविल लाइंस पुलिस थाने के प्रभारी आर के मिश्रा ने कहा, 'पात्रा पुलिस के जांच अधिकारियों के सामने पेश नहीं हुए. उनके वकील के मुताबिक वह किसी निजी काम में व्यस्त थे. उन्होंने पुलिस के सामने पेश होने के लिए एक सप्ताह का समय मांगा है.'
रमन सिंह को भेजा गया नोटिस
सिविल लाइन्स थाने के एक अधिकारी ने कहा कि इसी तरह का नोटिस रमन सिंह को भी भेजकर उनसे सोमवार को साढ़े 12 बजे अपने आवास पर मौजूद रहने के लिए कहा गया है ताकि उनका बयान दर्ज किया जा सके.
एनएसयूआई की शिकायत पर दर्ज हुआ मामला
बता दें कि इस मामले में कांग्रेस पार्टी के छात्र संगठन एनएसयूआई के एक कार्यकर्ता की शिकायत पर 19 मई को रायपुर के सिविल लाइंस पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गयी थी. एनएसयूआई का आरोप है कि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, संबित पात्रा और अन्य लोगों ने कांग्रेस पार्टी के लेटरहेड का इस्तेमाल कर एक फर्जी टूलकिट वितरित की है.