ट्विटर ने दिशा रवि पर हरियाणा के मंत्री अनिल विज का ट्वीट किया डिलीट, फिर रिस्टोर कर दी सफाई
दिशा रवि को लेकर अनिल विज के ट्वीट डिलीट करने के बाद ट्विटर की ओर से सफाई दी गई है. ट्वीटर ने कहा है कि अनिल विज के ट्वीट की जांच की गई जिसे आपत्तिजनक नहीं पाया गया.
नई दिल्लीः हरियाणा सरकार में मंत्री अनिल विज की ओर से किए गए एक ट्वीट ट्विटर की ओर से डिलीट करने के बाद कंपनी ने यू टर्न लेते हुए उसे रिस्टोर कर दिया है. अनिल विज के ट्वीट को रिस्टोर करने के बाद ट्विटर की ओर से इसे डिलीट करने को लेकर सफाई भी दी गई है. ट्विटर ने बताया है कि मंत्री विज की ओर से किया गया ट्वीट आपत्तिजनक नहीं था. इससे पहले एक यूजर की शिकायत पर ट्विटर ने हरियाणा के मंत्री का ट्वीट डिलीट कर दिया था. ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा था कि देश विरोध का बीज जिसके भी दिमाग में हो समूल नाश होना चाहिए.
बता दें कि अनिल विज ने ट्वीट कर कहा था, ''देश विरोध का बीज जिसके भी दिमाग में हो उसका समूल नाश कर देना चाहिए फिर चाहे वह दिशा रवि हो या कोई और.'' मंत्री के इस ट्वीट के बाद जर्मनी के एक यूजर ने ट्विटर को शिकायत भेजी थी. शिकायत मिलने के बाद ट्विटर ने अनिल विज के ट्वीट पर एक्शन लेते हुए उसे डिलीट कर दिया और उन्हें नोटिस भेजा. बाद में ट्विटर ने जांच किया तो पाया कि अनिल विज का ट्वीट आपत्तिजनक नहीं है. जांच के बाद उसे रिस्टोर कर दिया गया.
ट्विटर की सफाई
अपनी सफाई में ट्विटर ने कहा कि जर्मनी के एक यूजर की शिकायत पर उसने इस इस ट्वीट को डीलिट कर दिया था. यह शिकायत जर्मनी के नेटवर्क एनफोर्समेंट एक्ट के तहत की गई थी. इस शिकायत में कहा गया था कि सोशल नेटवर्क प्रोवाइडरों को एक समयसीमा के अंतर्गत नियम विरुद्ध ट्वीट को डिलीट करना होगा.
ट्विटर की ओर से दिए गए सफाई में, ''जर्मन कानून के मुताबिक ट्विटर को उस यूजर को नोटिस भेजना जरूरी था जिसकी शिकायत जर्मनी से नेटवर्क एनफोर्समेंट एक्ट के तहत की गई थी. हमारी टीम ने रिपोर्ट की गई कंटेट की जांच की जिसके बाद पाया कि ट्विटा के नियमों के अनुसार, यह हटाने लायक नहीं है.''
कौन है दिशा रवि
बता दें कि दिशा रवि को सोशल मीडिया पर किसानों के प्रदर्शन से संबंधित 'टूलकिट' कथित रूप से शेयर करने के आरोप में बेंगलुरू से गिरफ्तार किया गया है. दिशा रवि को लेकर दिल्ली पुलिस का दावा है कि दिशा ही 'टूलकिट गूगल डॉक' की संपादक हैं और दस्तावेज बनाने और उसका प्रसार करने वाली 'मुख्य साजिशकर्ता' हैं. जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने क्लाइमेट एक्टिविस्ट दिशा रवि को गिरफ्तार किया है.
पर्यावरण कार्यकर्ता और नोबेल अवार्ड विजेता ग्रेटा थनबर्ग ने तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का समर्थन करने के लिए एक ''टूल किट '' साझा की थी. इस ''टूल किट '' में विभिन्न कदमों के बारे में जानकारी दी गई थी जिनमें ट्विटर पर विरोध करना, भारतीय दूतावासों के बाहर प्रदर्शन करना शामिल हैं.
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