नई दिल्ली: टूलकिट मामले में बेंगलुरु से दिशा रवि की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने इस मामले में दो और आरोपियों के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी करवाया है. निकिता जैकब और शांतनु नाम के दो आरोपियों के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने गैर-जमानती वारंट जारी करवाया है. कल दोनों का जिक्र पुलिस ने इस साजिश में शामिल होने में किया था. पुलिस सूत्रों के मुताबिक निकिता जैकब पेशे से वकील हैं और मुंबई में रहती है.
वहीं इस मामले में वॉरंट जारी होने के बाद निकिता जैकब के वकील ने राहत के लिए मुंबई हाई कोर्ट का रुख किया है. वकील ने कोर्ट के गिरफ्तारी से अंतरिम राहत देन की अपील की है. इसके साथ ही मंगवार को मामले की तत्काल सुनवाई के लिए भी गुहार लगाई है.
दिशा की गिरफ्तारी पर आमने सामने बीजेपी और विपक्ष
एक तरफ जहां दिल्ली पुलिस अपनी जांच को आगे बढ़ा रही तो वहीं दिशा रवि को लेकर सरकार और विपक्ष आमने-सामने हैं. दिशा की गिरफ़्तारी का कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने ज़ोरदार विरोध किया है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट करके दिशा की गिरफ़्तारी को लेकर सरकार पर निशाना साधा है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि दिशा की गिरफ़्तारी लोकतंत्र पर अभूतपूर्व हमला है. दिशा रवि की गिरफ्तारी पर कांग्रेस नेता शशि थरूर ने सरकार पर सबसे बड़ा हमला बोला. थरूर ने आतंकियों से सांठगांठ के आरोप में गिरफ्तार और जेल में बंद निलंबित डीएसपी देविंदर सिंह के मामले को दिशा की गिरफ्तारी से जोड़ते हुए ट्विटर पर लिखा, ''एक्टिविस्ट जेल में और आतंकी बेल पर. आश्चर्य है कि पुलवामा की बरसी पर सरकार ये क्या कर रही है?'' हालांकि थरूर के ट्वीट पर NIA की तरफ से बयान आया कि देविंदर सिंह को NIA के केस में जमानत नहीं मिली है और वो फिलहाल जेल में है.
बीजेपी ने दिशा की गिरफ्तारी को ठीक बताया
उधर बीजेपी ने दिशा की गिरफ़्तारी को सही करार दिया है. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने ट्वीट करके दिशा की गिरफ़्तारी को सही बताया है. अनिल विज ने ट्वीट किया, ''देश विरोध का बीज जिसके भी दिमाग में हो उसका समूल नाश कर देना चाहिए फिर चाहे वह दिशा रवि हो या कोई और.''
बता दें कि टूल किट मामले में में गिरफ्तार 21 साल की छात्रा दिशा रवि पांच दिन की पुलिस हिरासत में है. दिशा पर आरोप है कि उसने टूलकिट को एडिट किया और उसमें कुछ चीज़ें जोड़कर उसे आगे भेजा. दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने उसे रविवार बेंगलुरू से गिरफ्तार करने के बाद दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया. जहां से दिशा को 5 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है. दिल्ली पुलिस ने कोर्ट में दलील दी कि इस साजिश में कई औऱ लोग शामिल हो सकते हैं. इसलिए दिशा रवि को रिमांड में लेकर पूछताछ करनी जरूरी है. दिशा रवि कोर्ट में सुनवाई के दौरान रो पड़ी.
कौन हैं दिशा रवि?
महज 21 साल दिशा रवि बेंगलूरु के नामी माउंट कार्मेल कॉलेज की छात्रा हैं. अंतरराष्ट्रीय क्लाइमेट चेंज एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग की ही तरह दिशा रवि भी क्लाइमेट एक्टिविस्ट हैं. दिशा रवि फ्राइडे फॉर फ्यूचर कैम्पेन की सह संस्थापक हैं. फ्राइडे फॉर फ्यूचर वही कैम्पेन है जिसके जरिए ग्रेटा थनबर्ग ने दुनिया भर में सुर्खियां बटोरी हैं. दिशा रवि फ्राइडे फॉर फ्यूचर कैम्पेन से 2018 से जुड़ी हैं, इस कैम्पेन के जरिए दुनिया भर में पर्यावरण से जुड़े मुद्दों पर मुहिम चलाई जा रही है.
दिशा रवि बेंगलुरु के प्रतिष्ठित माउंट कार्मेल की छात्रा हैं. उन्होंने माउंट कार्मल कॉलेज से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में ग्रेजुएशन किया है. दिशा रवि इस समय गुड माइल्क कंपनी के साथ जुड़ी हुई हैं. दिशा के पिता रवि मैसूरु में एथलेटिक्स कोच हैं और उनकी मां एक गृहिणी हैं. दिशा रवि शाकाहारी हैं और एक वेगान स्टार्ट अप के लिए काम करती है. फ्राइडे फॉर फ्यूचर कैम्पेन के तहत दिशा रवि को बेंगलुरु में कई बार शुक्रवार को पर्यावरण से जुड़े मुद्दे पर प्रदर्शन करते देखा गया है. उनका कोई आपराधिक इतिहास नहीं है. दिशा रवि की गिरफ्तारी का किसान संगठनों से लेकर तमाम छात्र संगठन विरोध कर रहे हैं.
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