नई दिल्ली: किसानों की ओर से केंद्र सरकार के किसी कानून का लगातार विरोध किया जा रहा है. किसान केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में पिछले कई महीनों से सड़कों पर उतरे हुए हैं. हालांकि अब करीब 10 दिनों से किसान दिल्ली बॉर्डर पर डटे हुए हैं और केंद्र सरकार के कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं. वहीं किसानों के विरोध प्रदर्शन के कारण दिल्ली के कई एंट्री प्वाइंट्स पर आवाजाही प्रभावित देखने को मिल रही है.


दिल्ली बॉर्डर पर नाराज किसान डटे हुए हैं और केंद्र सरकार से कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं. किसानों का कहना है कि जब तक केंद्र सरकार कृषि कानूनों को वापस नहीं लेते हैं तब तक ये विरोध जारी रहेगा. इस बीच दिल्ली बॉर्डर पर आम यातायात भी काफी प्रभावित देखने को मिल रहा है. सोमवार की सुबह भी दिल्ली के अलग-अलग एंट्री प्वाइंट्स पर वाहनों की भारी भीड़ देखने को मिली है.


कई बॉर्डर पूरी तरह से बंद


किसान आंदोलन में सिंघु बॉर्डर उन बॉर्डर में शामिल है जो पहले दिन से ही बंद पड़ा हुआ है. किसानों के प्रदर्शन के कारण सिंघु बॉर्डर पूरी तरह से सील है. इसके साथ ही यहां भारी सुरक्षाबल तैनात हैं. इसके अलावा दिल्ली और हरियाणा को जोड़ने वाले टिकरी बॉर्डर पर भी किसानों की ओर से लगातार प्रदर्शन चल रहा है. यहां भी आवाजाही काफी प्रभावित हैं. इसके अलावा नोएडा-दिल्ली को जोड़ने वाले चिल्ला बॉर्डर भी किसानों ने डेरा डाला हुआ है. चिल्ला बॉर्डर के रास्ते ट्रैफिक थप्प हो चुका है.


इन बॉर्डर पर आवाजाही


वहीं दिल्ली-यूपी को जोड़ने वाले गाजीपुर बॉर्डर पर भी किसानों का विरोध जारी है. यहां भी यातायात प्रभावित है. दूसरी तरफ बदोसराय बॉर्डर से केवल दो पहिया और कार को आने-जाने की इजाजत है. झटीकरा बॉर्डर पर सिर्फ दो पहिया वाहन को आवाजाही की इजाजत है. हालांकि दिल्ली-नोएडा को जोड़ने वाला डीएनडी बॉर्डर, जीटी रोड पर अप्सरा बॉर्डर, वजीराबाद में भोपुरा बॉर्डर पर आवाजाही खुली है. वहीं कालिंदी कुंज बॉर्डर, सूरजकुंड बॉर्डर और बदरपुर बॉर्डर खुले हैं.


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