Train Accident News: पश्चिम बंगाल में रविवार (1 सितंबर) को एक बार फिर से रेल हादसा देखने को मिला है. दक्षिण पूर्व रेलवे के शालीमार खड़कपुर मार्ग पर पादप्पपुकुर स्टेशन के नजदीक एक ईएमयू ट्रेन सिग्नल पोस्ट से टकरा गई. इसकी वजह से ट्रेन तकरीबन डेढ़ घंटे तक वहीं ट्रैक पर खड़ी रही. इस दौरान ईएमयू ट्रेन में यात्रा कर रहे यात्रियों को वहीं रुकना पड़ा. हादसे की जानकारी मिलते ही रेलवे अधिकारी और कर्मचारी घटनास्थल पर पहुंचे. इस हादसे में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है.


सिग्नल पोस्ट से हुई टक्कर की वजह से इसमें लगे लोहे के एंगल ट्रेन में जाकर फंस गए. इसकी वजह से ट्रेन चाहकर भी आगे नहीं बढ़ सकती थी. रेलवे अधिकारियों ने तुरंत एंगल को काटने के लिए ड्रिल कटिंग मशीन मंगाई. इसके आते ही एंगल को काटने के काम की शुरुआत की गई, जिसे खत्म होने में करीबन डेढ़ घंटे का समय लग गया. एंगल के ईएमयू ट्रेन से हटने के बाद ट्रेन रवाना होने के लिए तैयार हुई. रेलवे अधिकारियों ने जांच पड़ताल के बाद पुणे लोकल ईएमयू को शालीमार के लिए रवाना कर दिया.


लगातार हो रहे ट्रेन हादसे


दरअसल, पिछले कुछ महीने से भारतीय रेलवे की कई ट्रेनें हादसे का शिकार हुई हैं. बिहार में गया-धनबाद रेल लाइन पर पिछले रविवार (25 अगस्त) को मालगाड़ी के आठ डिब्बे पटरी से उतर गए. मालगाड़ी में कोयला लदा हुआ था. गनीमत ये रही कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ. इसी तरह से उत्तर प्रदेश के रायबरेली में एनटीपीसी की ऊंचाहार परियोजना के संयंत्र क्षेत्र में बुधवार (28 अगस्त) को तीन वैगन को यार्ड की ओर ले जा रहे इंजन की सामने से आ रहे दूसरे इंजन से जोरदार भिड़ंत हो गई. जिसके बाद दोनों इंजन पटरी से उतर गए. 


यूपी में 17 अगस्त को पटरी से उतरे 22 डिब्बे


यूपी के कानपुर में करीब दो हफ्ते पहले 17 अगस्त को साबरमती एक्सप्रेस (वाराणसी से अहमदाबाद) के 22 डिब्बे पटरी से उतर गए. बताया गया कि ट्रैक पर कोई चीज रखी गई थी, जिससे ट्रेन का इंजन टकरा गया. इसकी वजह से ट्रेन की 22 बोगियां पटरी से उतर गईं. इस हादसे में भी कोई घायल नहीं हुआ. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया था कि रेलवे ट्रैक में कोई फ्रैक्चर नहीं था. बावजूद इसके पटरी के डिब्बे किस तरह से उतर गए हैं, इसकी जांच की जा रही है.


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