नई दिल्ली: सफाई के आधार पर 407 प्रमुख स्टेशनों की रैंकिंग के बाद अब ट्रेनों का भी वरीयता क्रम तैयार किया जाएगा. रेलवे की ओर से इसके लिए शताब्दी, राजधानी और दूरंतो समेत 200 महत्वपूर्ण ट्रेनों का स्वतंत्र ऑडिट और सर्वेक्षण करवाया गया है. ऑडिटर टीम ट्रेनों की सफाई में जिन बातों की जांच कर रही है, उनमें शौचालयों की सफाई, विस्तर की गुणवत्ता, ट्रेन की आंतरिक व्यवस्था और सेवा, सफाई के लिए प्रयोग में लाए जाने वाले रसायन आदि शामिल हैं.


इससे पहले स्टेशनों का ऑडिट दो बार किया जा चुका है, लेकिन ट्रेन की सफाई का परीक्षण ऑडिटर टीम द्वारा पहली बार किया जा रहा है. 72 जोड़ी प्रमुख ट्रेनों के अलावा, 128 ट्रेनों की सेवाओं का परीक्षण 50 ऑडिटर टीम द्वारा अगले कुछ महीने में किया जाएगा. इनमें जन शताब्दी, संपर्क क्रांति और इंटरसिटी के अलावा कुछ अन्य दूरगामी मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों को शामिल किया जाएगा.


प्रत्येक प्रमुख ट्रेनों के कम से कम 100 यात्रियों से उनकी प्रतिक्रिया जानने के लिए ऑडिटर टीम सभी जोन में अपने कार्य में जुटी हुई है. सर्वेक्षण में मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों में कम से कम 60 यात्रियों की प्रतिक्रिया ली जाएगी.


रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, यह तीसरे पक्ष द्वारा करवाए जाने वाला एक स्वतंत्र सर्वेक्षण है और ऑडिटर टीम को प्रत्येक ट्रेन के दौरे के दौरान यात्रियों की प्रतिक्रया लेनी होगी.