जम्मू: लॉकडाउन के चलते पिछले करीब दो महीनों से अपना कामकाज ठप्प करके बैठे जम्मू-कश्मीर के ट्रांसपोटर्स ने अपनी मांगों के समर्थन में मंगलवार से भूख हड़ताल पर बैठने का फैसला किया है. जम्मू-कश्मीर में चल रहे करीब 75000 कमर्शियल वाहनों के मालिक, किराए में कम से कम 50 प्रतिशत की बढ़ोतरी की मांग कर रहे हैं.


लॉकडाउन के चलते उन्हें हजारों करोड़ रुपए का नुकसान


ऑल जम्मू एंड कश्मीर ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष टीएस वजीर ने हाल ही में कहा था कि लॉकडाउन के चलते उन्हें हजारों करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है. इसके साथ ही गाड़ियों के बीमा, ड्राइवर और क्लीनर की वेतन, फीस और बैंक से लिया लोन का ब्याज भी ट्रांसपोर्टरों को देना पड़ रहा है. उन्होंने सरकार को 3 दिन का समय देते हुए कहा था कि अगर सरकार ने उनकी मांगों पर गौर नहीं किया तो वह आर या पार की लड़ाई के लिए तैयार हैं.


बैठक के बाद लिया गया है निर्णय


इसी कड़ी में अब प्रदेश के ट्रांसपोर्टरों ने केंद्र सरकार से कोई वित्तीय मदद न मिलने और राज्य सरकार की तरफ से बेरुखी के चलते मंगलवार से भूख हड़ताल पर बैठने का फैसला किया है. ऑल जम्मू एंड कश्मीर ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन ने रविवार दोपहर को बैठक की. इस बैठक में प्रदेश में चलने वाले बस, ट्रक, ऑटो रिक्शा, टैंकर, टैक्सी और मिनी बस यूनियन के प्रतिनिधियों ने भाग लिया. इस बैठक में ट्रांसपोर्टरों ने रोष जताया कि सरकार का दायित्व बनता है कि समाज के हर एक वर्ग का खास ध्यान रखा जाए. मंगलवार से प्रतिदिन 5 ट्रांसपोटर्स भूख हड़ताल पर बैठेंगे.


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