नई दिल्लीः ट्रेन में यात्रा करने वाले लोगों के लिए खुशखबरी है. भारतीय रेलवे यात्रियों के लिए 660 ट्रेनें और चलाने जा रहा है. देश में कोरोना सक्रमण के घटते मामलों के बीच रेलवे ट्रेनों की संख्या में बढ़ोतरी कर रहा है. रेलवे के मुताबिक कोरोना महामारी से पहले हर दिन औसतन लगभग 1768 मेल या एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन किया जा रहा था और शुक्रवार तक प्रतिदिन 983 ट्रेनें चल रही थी जो कि कोविड के पहले की संख्या का लगभग 56% है. रेलवे ने कहा है कि ट्रेनों की संख्या को मांग के अनुसार धीरे-धीरे बढ़ाया जा रहा है.


चरणबद्ध तरीके से बहाल होगा संचालन
रेलवे ने जोनल रेलवे से स्थानीय परिस्थितियों, टिकटों की मांग और क्षेत्र में कोविड की स्थिति को ध्यान में रखते हुए ट्रेनों को चरणबद्ध तरीके से बहाल करने की आदेश दिया है. रेलवे ट्रेनों की संख्या इसलिए बढ़ा रहा है ताकि आम लोगों, प्रवासी मजदूरों को आवागमन में सुविधा रहे और वेटिंग लिस्ट क्लियर हो सके. 


हर जोन में चलेंगी इतनी अतिरिक्त ट्रेनें
रेलवे के अनुसार 1 जून से 18 जून के बीच जोनल रेलवे को 660 अतिरिक्त मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों के संचालन की मंजूरी दी गई है. इनमें सेंट्रल रेलवे ने 26 अतिरिक्त ट्रेनों, पूर्व मध्य रेलवे ने 18 ट्रेनों, ईस्टर्न रेलवे ने 68 ट्रेनों, नॉर्थ सेंट्रल रेलवे ने 16 ट्रेनों, नॉर्थ ईस्टर्न रेलवे ने 38 ट्रेनों, नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर रेलवे ने 28 ट्रेनों, नॉर्दर्न रेलवे ने 158   ट्रेनों, नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे ने 34 ट्रेनों, साउथ सेंट्रल रेलवे ने 84 ट्रेनों, साउथ ईस्ट सेंट्रल रेलवे ने 16 ट्रेनों, साउथ ईस्टर्न रेलवे ने 60 ट्रेनों, साउदर्न रेलवे ने 70 ट्रेनों, वेस्ट सेंट्रल रेलवे ने 28 और वेस्टर्न रेलवे ने 16 अतिरिक्त ट्रेनों अनुमति दी. इनमें 552 मेल और एक्सप्रेस ट्रेनें और 108 हॉलिडे स्पेशल ट्रेनें शामिल हैं.


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