मुंबई: डोमेस्टिक एयरलाइन सर्विस प्रोवाइडर इंडिगो ने अपने यात्रियों की जेब एक बार फिर ढीली कर दी है. घरेलू परिवहन की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी इंडिगो अब वेब चेक-इन करने के भी पैसे लेगी. इस संबंध में ट्वीट करते हुए इंडिगो ने बताया कि वेब चेक-इन के लिए ग्राहकों से 100 से 800 रुपए के बीच वसूले जाएंगे. इंडिगो ने ट्वीट कर ही बताया कि यह चार्ज 14 नवंबर से लेने शुरू हो गए हैं.


इंडिगो के इस कदम पर नागर विमानन मंत्रालय ने संज्ञान लिया है. मंत्रालय ने कहा है कि वेब चेक-इन पर पैसे चार्ज किए जाने के बारे में उसे खबर है और मंत्रालय यह देख रहा है कि लगाया गया चार्ज प्राइसिंग फ्रेमवर्क के तहत आता है या नहीं. इससे पहले पैसेंजर्स को ऑनलाइन वेब चेक-इन करने पर कुछ चयनित सीटों के लिए ही पैसे देने पड़ते थे. हालांकि, एयरलाइन कंपनी चेक-इन के चार्ज उन लोगों से नहीं लेगी जो एयरपोर्ट पर आकर चेक-इन करते हैं या जिन्होंने कॉरपोरेट बुकिंग की है.





चार्ज वसूलने के पीछे एयरलाइंस कंपनियों की माली हालात मानी जा रही है. ईंधन की कीमतें बढ़ने, रुपए के कमजोर होने और विमानन कंपनियों के बीच आपसी प्रतिस्पर्धा तेज होने के कारण इन कंपनियों की आर्थिक स्थिति खराब हुई है. घरेलू विमान सेवा में इंडिगो, जेट एयरवेज और स्पाइस जेट इन तीनों को मिलाकर हिस्सेदारी 70 फीसदी के करीब है और इन तीनों को मिलाकर इस साल 2,600 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है.


इससे एक महीने पहले एयरलाइंस कंपनियों ने घाटे से उबरने के लिए फ्यूल सरचार्ज बढ़ाया था और अतिरिक्त सामान ले जाने का चार्ज भी बढ़ाया था. वेब चेक-इन में लगने वाले चार्ज में लास्ट पंक्ति के बीच वाले सीट के लिए पैसेंजर को 100 रुपए अतिरिक्त देने होंगे और इमरजेंसी गेट के पास वाले सीट के लिए 600 रुपए देने होंगे. इंडिगो डमेस्टिक मार्केट की बेताज बादशाह है और इसका मार्केट के 43 प्रतिशत हिस्से पर कब्जा है.


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