Trinamool Congress spokesperson Saket Gokhale in ED Custody: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के प्रवक्ता साकेत गोखले ने चंदे के माध्यम से जमा किए 1.07 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि कथित तौर पर चुनाव जीतने, खाने-पीने और व्यक्तिगत खर्चों पर व्यय की. इसमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी के एक करीबी सहयोगी से प्राप्त 23 लाख रुपये से अधिक की नकद राशि भी शामिल है.
ईडी ने साबरमती जेल से 35 वर्षीय गोखले को गिरफ्तार करने के बाद यहां एक स्थानीय अदालत को सौंपे गए अपने ‘रिमांड नोट’ में ये आरोप लगाए हैं. अधिकारियों ने बताया कि गोखले को अहमदाबाद की अदालत के सामने पेश किया गया, जहां से उसे 31 जनवरी तक ईडी की हिरासत में भेज दिया गया है.
अदालत ने खारिज की जमानत याचिका
गुजरात पुलिस ने गोखले को दिसंबर में चंदा जमा कर जुटाई गई रकम के कथित दुरुपयोग के मामले में दिल्ली से गिरफ्तार किया था. गुजरात उच्च न्यायालय ने सोमवार को इस मामले में गोखले को नियमित जमानत देने से इनकार कर दिया था और कहा था कि आरोपपत्र दाखिल होने के बाद ही वह अदालत का रुख करें.
पूछताछ में बताई पैसों के निजी इस्तेमाल की बात
ईडी ने अदालत को बताया कि गोखले ने कथित तौर पर एक संस्थान के नाम पर ‘‘आवरडेमोक्रेसी डॉट इन’’ नाम से एक फर्जी इलेक्ट्रॉनिक दस्तावेज तैयार किया, जिसके जरिए उसने ‘‘जायंटट्रीटेक प्राइवेट लिमिटेड’’ नामक एक निजी कंपनी के माध्यम से शिकायतकर्ता और अन्य व्यक्तियों से छोटी-बड़ी रकम एकत्र की. ईडी ने अदालत को बताया कि इस राशि का व्यक्तिगत खर्चों के लिए उपयोग किया गया.
राहुल गांधी के करीबी से मिला था चंदा
एजेंसी ने अदालत को सूचित किया कि जब गोखले से एक वर्ष की अवधि में उनके बैंक खाते में जमा किए गए 23.54 लाख रुपये के बारे में पूछा गया, तो गोखले ने ईडी को दिए अपने बयान में कहा, ‘‘ सोशल मीडिया संबंधी कार्य और अन्य परामर्श के लिए यह राशि कांग्रेस के अलंकार सवाई की ओर से नकद में दी गई थी.’’ पूर्व बैंकर सवाई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के करीबी सहयोगी बताए गए हैं और उनकी शोध टीम के प्रमुख हैं.
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