कोरोना वैक्सीन लेने के बाद इसके लाभार्थियों को दिए जाने वाले डिजिटल कोविड-19 वैक्सीनेशन सार्टिफिकेट्स पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तस्वीर के इस्तेमाल के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस चुनाव आयोग से गुहार लगाएगी. टीएमसी नेता डेरेक ओब्रायन ने यह बात बताई. डेरेक ओब्रायन ने इस पर सवाल उठाते हुए कहा कि चार राज्यों और एक केन्द्र शासित प्रदेश में चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद यह आचार संहिता का उल्लंघन है.
उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा- चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है. पीएम मोदी की तस्वीर अब भी कोविड-19 डॉक्यूमेंट्स पर दिख रहे हैं. तृणमूल कांग्रेस चुनाव आयोग के साथ जोरदार तरीक से उठा रहा है. पीएम मोदी की तस्वीर वैक्सीन के लाभार्थियों को दिए जा रहे सार्टिफिकेट के ऊपर पीएम मोदी की तस्वीर आती है.
टीएमसी ने उठाए पीएम की तस्वीर पर सवाल
इसके साथ ही डेरेक ओब्रायन ने लोकसभा टीवी और राज्यसभा टीवी का एक साथ विलय के उसे संसद टीवी किए जाने पर भी मंगलवार को सवाल खड़े किए हैं. एक ट्वीट में डेरेक ने कहा कि लोकसभा टीवी और राज्यसभा टीवी का एक साथ विलय कई सवाल खड़े करते हैं.
टीएमसी ने पूछा- लोकसभा और राज्यसभा टीवी का विलय क्यों?
इसके बाद टीएमसी नेता ने चार सवाल करते हुए पूछा है- क्या यह ‘जिम्मेदार संस्था’ के तौर पर संसद की कार्यशैली में मदद करेगा? क्या इससे लाइव टेलीकास्ट का एक्सेस सीमित होगा? सांसदों के पास मुद्दों को उठाने का सीमित समय रहा है? क्या वे सुनाने के लिए नए तरीके अपनाएंगे?
ये भी पढ़ें: शशि थरूर का पीएम मोदी की दाढ़ी पर तंज, भारत की GDP से की तुलना, जानिए कैसे