West Bengal By-polls: पश्चिम बंगाल में 4 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में सभी पर टीएमसी ने परचम लहराया है. भारत के चुनाव आयोग (ECI) द्वारा मतगणना के नवीनतम अपडेट के अनुसार सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल के सभी चार विधानसभा क्षेत्रों में भारी अंतर से नेतृत्व किया. कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह आठ बजे खरदाह, शांतिपुर, गोसाबा और दिनहाटा में मतगणना शुरू हुई थी.
टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी का बीजेपी पर तंज
टीएमसी महासचिव अभिषेक बनर्जी ने उपचुनाव में मिली भारी जीत के बाद बीजेपी पर निशाना साधा. अभिषेक बनर्जी ने ट्वीट करते हुए कहा कि "सही मायने में पटाखा मुक्त दिवाली. बीजेपी को दीपावली की बहुत बहुत शुभकामनाएं!"
आम जनता को जीत का श्रेय
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपनी पार्टी की जीत का श्रेय राज्य के लोगों को दिया. ममता बनर्जी ने ट्विटर पर कहा, "यह जीत लोगों की जीत है, क्योंकि यह दिखाता है कि बंगाल हमेशा प्रचार और नफरत की राजनीति पर विकास और एकता को कैसे चुनेगा. लोगों के आशीर्वाद से, हम वादा करते हैं कि हम बंगाल को और अधिक ऊंचाइयों पर ले जाना जारी रखेंगे!”
टीएमसी के लिए दो बड़ी जीत दिनहाटा और शांतिपुर निर्वाचन क्षेत्रों में हुई, जहां पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी पार्टी ने पिछले विधानसभा चुनावों में बीजेपी द्वारा जीती गई सीटों पर नियंत्रण कर लिया. दिनहाटा में टीएमसी के उदयन गुहा ने बीजेपी के अशोक मंडल को 163,005 वोटों के बड़े अंतर से हराया. हाल ही में केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल के दौरान केंद्रीय राज्य मंत्री के रूप में पदोन्नत होने के बाद निसिथ प्रमाणिक के संसद में बने रहने का फैसला करने के बाद निर्वाचन क्षेत्र के लिए उपचुनाव की आवश्यकता थी.
टीएमसी के ब्रजा किशोर गोस्वामी ने शांतिपुर में निरंजन विश्वास को 64,022 मतों के अंतर से हराया, इस सीट को सुरक्षित करने के लिए बीजेपी के लोकसभा सांसद जगन्नाथ सरकार ने इस साल की शुरुआत में जीत हासिल की थी, लेकिन अपने सांसद की कुर्सी बनाए रखने की शपथ नहीं ली थी.
टीएमसी नेता सायंडेब चट्टोपाध्याय ने कहा कि सपना पूरा हो गया है. बंगाल के प्रत्येक व्यक्ति ने बीजेपी को खारिज कर दिया है. आने वाले दिनों में पूरा देश बंगाल के मॉडल का अनुसरण करेगा और उस वायरस को खारिज कर देगा जिसका नाम बीजेपी है. वही टीएमसी सांसद सौगत रॉय ने बीजेपी पर तंज कसा और कहा कि लोग समझ गए हैं कि वे झूठे हैं. उनके पास कुछ नहीं है. उन्होंने पैसा खर्च कर चुनाव तक हवा दी थी. चुनाव के बाद उन्होंने वह हवा खो दी है.