त्रिपुरा आदिवासी परिषद चुनाव में नई पार्टी TIPRA ने बाजी मारी, BJP का झटका
देबबर्मन की अगुवाई वाले TIPRA ने त्रिपुरा आदिवासी परिषद चुनाव में मारी बाजी. देबबर्मन ने कहा कि सोमवार को अगरतला से लगभग 25 किलोमीटर दूर कुमुलवुंग में आदिवासी परिषद मुख्यालय में जीत के जश्न में रैली आयोजित की जाएगी.
अगरतला: त्रिपुरा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष प्रद्योत किशोर देबबर्मन की अगुवाई वाले TIPRA ने शनिवार को त्रिपुरा आदिवासी क्षेत्र स्वायत्त जिला परिषद (TTAADS) चुनाव में जीत हासिल की है. टीआईपीआरए ने 28 में से 18 सीट जीत लीं. तिपराहा इंडिजीनियस प्रोग्रेसिव रीजनल अलायंस ने 18 और बीजेपी ने 9 सीटों पर जीत दर्ज की है. एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार को जीत मिली है.
तीस सदस्यीय आदिवासी परिषद की 28 सीटों पर मंगलवार को मतदान हुआ था. शेष दो सीटों पर राज्यपाल राज्य सरकार की सलाह पर दो सदस्यों को मनोनीत करेंगे. राज्य का दो तिहाई क्षेत्र टीटीएएडीसी शासन के तहत आता है. इसे आदिवासियों का क्षेत्र कहा जाता है. त्रिपुरा की एक तिहाई आबादी आदिवासी है.
बहुमत मिलने पर शांतिपूर्ण तरीके से जश्न
देबबर्मन ने अपने समर्थकों से अपनी नव स्थापित पार्टी को चुनाव में बहुमत मिलने का जश्न शांतिपूर्ण तरीके से मनाने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा, 'हमें एकता बनाए रखनी है। मैं लोगों से आईपीएफटी, बीजेपी, सीपीएम और कांग्रेस समर्थकों के घरों पर हमला करने से बचने की अपील करता हूं. वे भी हमारे ही लोग हैं. हमें उनसे नहीं लड़ना चाहिए. अगर हम एकता चाहते हैं तो शांति बनाए रखनी चाहिए. वे भी चुनाव के बाद हमारी पार्टी में शामिल हो जाएंगे.'
देबबर्मन त्रिपुरा कांग्रेस के अध्यक्ष थे. आलाकमान से मतभेदों का हवाला देकर सितंबर 2019 में उन्होंने पार्टी छोड़ दी थी. इसके एक महीने बाद उन्होंने टीआईपीआरए की स्थापना की घोषणा की थी, जो शुरू में एक सामाजिक संगठन था, लेकिन 2020 में यह राजनीतिक दल बन गया था.
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