Tripura CPI(M) Congress: इस साल पूर्वोत्‍तर भारत के राज्‍य त्रिपुरा (Tripura) में विधानसभा चुनाव (Assembly election) होगा. इसके लिए देश के सबसे बड़े विपक्षी दल कांग्रेस के मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) से गठबंधन की चर्चाएं हो रही हैं. माकपा (CPI-M) के ऑफर के अगले दिन कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ नेता मुकुल वासनिक (Mukul Wasnik) ने कहा कि इस संबंध में पार्टी के अंदर बातचीत चल रही है.


कांग्रेस ने कहा कि वह त्रिपुरा में संविधान में आस्था रखने वाली पार्टियों को साथ लेने के लिए काम कर रही है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मुकुल वासनिक का यह बयान माकपा (CPI-M) महासचिव सीताराम येचुरी के उस बयान के एक दिन बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनकी पार्टी राज्य में कांग्रेस और तिपरा मोथा के साथ चुनावी ''समझौते'' के लिए तैयार है.


'कांग्रेस संविधान में आस्‍था रखने वालों के साथ काम करेगी'


बता दें कि कांग्रेस के महासचिव वासनिक त्रिपुरा विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी की तैयारियों का जायजा लेने के लिए बुधवार को अगरतला पहुंचे थे. जहां उन्होंने पार्टी और उसके घटक संगठनों के वरिष्ठ नेताओं के साथ कई बैठकें कीं. उसके बाद प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में उन्‍होंने कहा, "हम उन दलों के साथ काम करने के लिए तैयार हैं जो भारत के संविधान में अक्षरश: विश्वास करते हैं." माकपा के सवाल पर उन्‍होंने कहा कि इस बारे में बातचीत चल रही है, लेकिन जब तक यह (डिस्कशन) आकार नहीं ले लेता, तब तक मैं इसका खुलासा नहीं कर सकता."


कांग्रेस के महासचिव ने कहा कि कांग्रेस एक ऐसा संयोजन पेश करने में सक्षम होगी, जिसका लोग समर्थन करेंगे. उनसे पहले माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने बुधवार को यह कहा था कि उनकी सोच भी बीजेपी के खिलाफ है, और वे त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में बीजेपी को हराने के लिए कांग्रेस और तिपरा मोथा के साथ ‘‘समझौते’’ के लिए तैयार हैं.


'बीजेपी को हराने के लिए कांग्रेस के साथ आने को तैयार' 


सीताराम येचुरी ने यह भी कहा था कि ‘समझौते’ पर अंतिम फैसला माकपा का प्रदेश नेतृत्व करेगा. उन्होंने कहा, ‘हमारा मुख्य कार्य लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए बीजेपी विरोधी वोट को एकजुट करने के लिए एक रणनीतिक गठबंधन को तैयार करना है.’ उन्‍होंने कहा, ‘बीजेपी से मिलने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए सेक्‍युलर ताकतों की गोलबंदी के प्रयास किए जा रहे हैं.’ उन्होंने कहा, ‘‘माकपा आगामी विधानसभा चुनाव में बीजेपी को हराने के लिए कांग्रेस और तिपरा मोथा के साथ आने को तैयार है.’’


‘‘आरएसएस देश का मुख्य राजनीतिक शत्रु है’’


सीताराम येचुरी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर भी निशाना साधा था. येचुरी ने आरएसएस पर आरोप लगाया कि यह देश का मुख्य ‘‘राजनीतिक शत्रु’’ है. येचुरी ने दावा किया कि 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले राजनीतिक लाभ के लिए देश में ध्रुवीकरण को लेकर नफरत फैलाने के अभियान की साजिश रची जा रही है.


माकपा के प्रदेश सचिव जितेंद्र चौधरी ने तिपरा मोथा की ‘ग्रेटर तिपरालैंड’ की मांग पर बयान दिया. जितेंद्र चौधरी ने कहा कि यह संवैधानिक ढांचे के अनुरूप है. उन्होंने कहा, ‘‘वे एक संवैधानिक समाधान की मांग कर रहे हैं. हमने उनके साथ बातचीत की है. हम त्रिपुरा के लोगों को आतंक के चंगुल से मुक्त कराने के लिए एक सम्मानजनक समझौते की तलाश कर रहे हैं.’’


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