Tripura Assembly Election: त्रिपुरा विधानसभा चुनाव को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्य के दौरे पर हैं. उन्होंने इस दौरान कांग्रेस-मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPM) गठबंधन पर निशाना साधते हुए शनिवार (11 फरवरी) को कहा कि दोनों दल केरल में ‘कुश्ती’ लड़ते हैं और त्रिपुरा में ‘दोस्ती’ करते हैं. 


पीएम मोदी ने क्षेत्रीय पार्टी टिपरा मोथा पर हमला करते हुए दावा किया कि कई अन्य दल भी परोक्ष रूप से विपक्षी गठबंधन की मदद कर रहे हैं, लेकिन उन्हें दिया गया हर वोट त्रिपुरा को कई साल पीछे ले जाएगा. उन्होंने गोमती जिले के राधाकिशोरपुर में एक चुनावी रैली में कहा कि कुशासन के पुराने खिलाड़ियों ने चंदा के लिए हाथ मिला लिए हैं. 


'घरों में बंद कर दो'


पीएम मोदी ने दावा किया कि विपक्ष वोटों को बांटना चाहता है. कुछ छोटी ‘वोट कटवा’ पार्टियां अपनी कीमत पाने की आस में चुनाव नतीजों का इंतजार कर रही हैं. खरीद-फरोख्त के सपने देखने वालों को अभी से ही घरों में बंद कर दो.


उन्होंने धलाई जिले के अंबासा में भी एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि वाम मोर्चा और कांग्रेस पार्टी की सरकारों ने जनजातीय लोगों के बीच विभाजन पैदा किया, जबकि बीजेपी ने ‘ब्रू’ जनजाति सहित अन्य समुदायों की समस्याओं को सुलझाने के लिए काम किया. 


केंद्रीय बजट से क्या मिला? 


नरेंद्र मोदी ने कहा कि केंद्रीय बजट में आदिवासी क्षेत्रों के विकास के लिए एक लाख करोड़ रुपये आवंटित किए हैं. उन्होंने दावा किया कि एक वाम शासित राज्य में, बहुत से लोग कोरोना वायरस से पीड़ित हुए और उनकी मौत हो गई, लेकिन त्रिपुरा सुरक्षित था, क्योंकि बीजेपी ने लोगों के जीवन की रक्षा के लिए काम किया. 


'धोखा देना जानते हैं'


पीएम मोदी ने लोगों से पूर्वोत्तर राज्य के विकास को जारी रखने के लिए डबल इंजन की सरकार को वोट देने की अपील की. उन्होंने कहा कि कांग्रेस और वाम दल की दोधारी तलवार से सावधान रहें, वे लोगों को लाभ पहुंचाने वाली सभी योजनाओं को रोकना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस और लेफ्ट केवल लोगों को धोखा देना जानते हैं.  


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