Tripura Assembly Election 2023: त्रिपुरा विधानसभा चुनाव की लड़ाई अब दिलचस्प होती दिख रही है. 60 सदस्यों वाली विधानसभा का चुनाव त्रिकोणीय हो सकता है. हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि नवगठित राजनीतिक दल टिपरा मोथा (Tipra Motha Party) ने सियासी समीकरण पूरी तरह से बदल दिए हैं. चुनाव के बाद टिपरा मोथा किंगमेकर की भूमिका में हो सकती है. इलेक्शन में टिपरा मोथा की टक्कर बीजेपी-आईपीएफटी और कांग्रेस-वाम से होगी.


त्रिपुरा की राजनीति में नए-नए आए टिपरा मोथा दल को पूर्व शाही घराने के वारिस प्रद्योत माणिक देबवर्मा लीड कर रहे हैं. उन्होंने साफ तौर से बीजेपी (BJP) या कांग्रेस-वाम मोर्चा के साथ गठबंधने करने से साफ इनकार कर दिया है. हालांकि, चुनाव के बाद किसी भी राजनीतिक दल के साथ वो गठबंधन कर सकते हैं, उसके लिए माणिक देबवर्मा ने विकल्प खुले रखे हैं. उनकी एक शर्त भी है, वो उसी के साथ गठबंधन करेंगे जो अलग राज्य के रूप में उनकी ग्रेटर टिपरालैंड की मांग का समर्थन करेगा.


इन चुनावों में जीत के बाद बढ़ा टिपरा मोथा का हौसला


यहां त्रिपुरा ट्राइबल एरिया ऑटोनॉमस डिस्ट्रिक्ट काउंसल के चुनाव की चर्चा करना भी बेहद जरूरी है. 2021 में हुए इस चुनाव में टिपरा मोथा ने 30 में से 18 सीटों पर कब्जा कर लिया था. इसी जीत के बाद टिपरा मोथा का उत्साह और विश्वास सातवें आसमान पर पहुंच गया और उत्साहित होकर पार्टी ने विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने का फैसला लिया है.


20 सीटें जीतने की उम्मीद जता रही पार्टी


टिपरा मोथा इस चुनाव में कम से कम 20 सीटों पर जीत की उम्मीद कर रही है. 60 सीटों वाली विधानसभा में ये 20 सीटें आदिवासी बाहुल्य मानी जाती हैं. वहीं, दूसरी ओर चुनावी मैदान में बीजेपी है, जो कोई कसर नहीं छोड़ रही है. बीजेपी ने 55 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है और सहयोगी दल इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (IPFT) को पांच सीटें दी हैं.


IPFT ने कुछ हद तक बिगाड़ा खेल


खास बात ये भी है कि IPFT ने भी ग्रेटर टिपरालैंड राज्य की मांग उठाई है और कहीं न कहीं टिपरा मोथा के मतदाताओं में सेंधमारी की कोशिश जरूर की है. पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी और आईपीएफटी गठबंधन ने वाम मोर्चे के 25 साल के लंबे शासन को समाप्त कर दिया था. बीजेपी ने 2018 के चुनाव में 36 सीटों पर कब्जा किया था, जिसमें 10 सीटें एसटी आरक्षित थीं. बता दें कि त्रिपुरा में 16 फरवरी को मतदान होगा और 2 मार्च को नतीजे घोषित किए जाएंगे.


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