Opposition On Tripura Violence: त्रिपुरा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह हाल ही में नवनिर्वाचित बीजेपी सरकार के शपथ ग्रहण में शामिल हुए थे. नई सरकार के गठन के कुछ दिनों बाद शुक्रवार (10 मार्च) को राज्य में विपक्षी सांसदों के एक समूह पर हमला हुआ है. ये हमला उस वक्त हुआ जब कांग्रेस और वाम दलों के सांसद राज्य में हिंसा की जांच के लिए त्रिपुरा की राजधानी अगरतला पहुंचे थे. अगरतला पुलिस का कहना है कि सिपाहीजाला जिले में उन पर भी हमला किया गया.
सहायक महानिरीक्षक (AIG) ज्योतिष्मान दास चौधरी ने बताया कि हमले में सभी सदस्य सुरक्षित थे और सिपाहीजाला के नेहलचंद्रनगर में हमले में आठ सदस्यीय टीम में से कोई भी घायल नहीं हुआ था. उन्होंने बताया कि इस घटना के खिलाफ एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है. इसके साथ ही फैक्ट फाइंडिंग टीम की तरफ से इस्तेमाल किए गए कुछ वाहनों को अज्ञात बदमाशों ने तोड़ दिया था.
वाम दलों और कांग्रेस की टीम का दौरा जारी
सांसदों, विधायकों और वाम दलों के स्थानीय नेताओं और कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने बिशालगढ़ के नेहलचंद्रनगर का दौरा किया. उनकी यात्रा के दौरान नारेबाजी की गई और उनके वाहनों पर कुछ बदमाशों ने हमला किया. पुलिस एस्कॉर्ट टीम ने तुरंत एक्शन लिया और प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों को सुरक्षित बचा लिया गया. माकपा ने कहा कि वाम दलों और कांग्रेस की संयुक्त टीम दिन के दौरान पश्चिम त्रिपुरा, सिपाहीजला और खोवा के तमाम हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रही है.
'भारत माता की जय' के नारे लगाकर हुए हमले
इतना ही नहीं सीपीआई (एम) सांसद ई करीम, कांग्रेस सांसद अब्दुल खालिक और एआईसीसी महासचिव अजय कुमार के प्रतिनिधिमंडल जैसे ही नेहलचंद्रनगर बाजार में उतरे उन पर 'भारत माता की जय' और 'जय श्री राम' के नारे लगाते हुए बदमाशों ने हमला कर दिया. माकपा के वरिष्ठ नेता राखाल मजुमदार ने बताया कि दो और कारों में भी तोड़फोड़ की गई.
12 मार्च तक जांच करेगी फैक्ट फाइंडिंग टीम
भाकपा (CPI) सांसद बिनॉय विस्वाम ने बताया कि फैक्ट फाइंडिंग टीम के 12 मार्च तक राज्य में रहने की उम्मीद है. इसके बाद वह एक रिपोर्ट पेश करेगी और अगले संसद सत्र में इस मुद्दे को उठाया जाएगा जो 13 मार्च से शुरू हो रहा है. वहीं, कांग्रेस महासचिव और राज्यसभा सांसद केसी वेणुगोपाल ने पुलिस पर मूक दर्शक बने रहने का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को त्रिपुरा के हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे कांग्रेस-वाम मोर्चे के प्रतिनिधिमंडल पर हमले की कड़ी निंदा की. कांग्रेस नेता ने ट्वीट के साथ कथित हमले का वीडियो भी शेयर किया है.
कांग्रेस और वामपंथी नेताओं का बीजेपी पर आरोप
इसके साथ ही सीपीआई (एम) ने भी प्रतिनिधिमंडल पर हमले की निंदा की और सभी उपद्रवियों को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की. बिशालगढ़ अनुमंडल के सीमावर्ती गांव नेहलचंद्रनगर में शपथ ग्रहण समारोह के बाद से जारी हिंसा में कम से कम 20 दुकानों में आग लगा दी गई थी. कांग्रेस और वामपंथी नेताओं का आरोप है इस तरह के हमले और पथराव बीजेपी की तरफ से किए जा रहे हैं.
ये भी पढ़ें: