Tripura Civic Body Elections Updates: त्रिपुरा में अगरतला नगर निगम (MSP) और अन्य नगर निकायों की 200 से ज्यादा सीटों के चुनाव के लिए वोटों की गिनती जारी है. काउंटिंग की शुरुआत सुबह 8 बजे से हुई. अगरतला नगर निगम ( AMC) और 19 अन्य नगर निकायों के नगर परिषदों और नगर पंचायतों के लिए भी वोटों की गिनती शुरू हो गई है और इस गिनती के साथ ही आज त्रिपुरा नगर निगम चुनाव में कुल 785 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला आने वाला है. इस बार मुख्य मुकाबला BJP, TMC और CPI(M) के बीच है.


राज्य चुनाव आयोग के अनुसार अगरतला नगर निगम के 51 वार्डों में से 29 वार्डों में बीजेपी ने बहुमत हासिल किया है. अगरतला नगर निगम (एएमसी) और नगर पंचायत चुनाव की 200 से ज्यादा सीटों पर वोटों की गिनती जारी है. चुनाव संबंधी हिंसा के बीच 25 नवंबर को मतदान हुआ था.


भारत निर्वाचन आयोग के अनुसार, मतदान का प्रतिशत 81 प्रतिशत से अधिक था. पुलिस ने सूचित किया था कि राज्य में चुनाव संबंधी हिंसा के आरोप में 98 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इस बीच, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने पहले भारत के सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था और त्रिपुरा में हुए नगरपालिका चुनावों की मतगणना को स्थगित करने का आग्रह किया था. 2018 में त्रिपुरा में सत्ता में आने के बाद भाजपा ने पहला निकाय चुनाव लड़ा था. 


मेलाघर नगर परिषद में सभी 13 सीटों पर बीजेपी उम्मीदवारों ने जीत हासिल की. सोनमुरा नगर पंचायत में बीजेपी ने सभी 13 सीटों पर जीत हासिल की. कैलाशहर में BJP को 16 और CPIM ने एक सीट पर जीत हासिल की. बेलोनिया में BJP उम्मीदवारों ने 17 में से 16 सीटों पर विजयी घोषित किया. सबरूम नगर पंचायत में सभी 9 सीटों पर बीजेपी उम्मीदवारों ने जीत हासिल की. कुमारघाट नगर परिषद में सभी 15 सीटों पर बीजेपी उम्मीदवारों ने जीत हासिल की. तेलियामुरा में बीजेपी ने सभी 15 सीटों पर जीत हासिल की.


अंबासा में BJP ने 12 सीटों पर जीत हासिल की, जबकि TMC, CPI(M) और टीआईपीआरए मोथा ने एक-एक सीट जीती. अमरपुर में बीजेपी ने सभी 13 सीटों पर जीत हासिल की.
पानीसागर में BJP ने 12 सीटों पर और सीपीआईएम ने एक सीट पर जीत हासिल की. वहीं जिरानिया नगर पंचायत की इकलौती सीट बीजेपी कैंडिडेट जीते.


सत्तारूढ़ BJP, तृणमूल कांग्रेस और माकपा आमने-सामने


चुनावी लड़ाई में सत्तारूढ़ BJP, तृणमूल कांग्रेस और माकपा आमने-सामने हैं. तृणमूल कांग्रेस स्वयं को एक राष्ट्रीय पार्टी के रूप में स्थापित करने के लिए पूर्वोत्तर और अन्य जगहों में खुद को स्थापित करना चाहती है, जबकि माकपा को कुछ वर्ष पहले BJP ने राज्य में सत्ता से हटाया था. मतदान में धांधली और डराने-धमकाने का आरोप लगाने वाली तृणमूल ने पूरे चुनाव को रद्द करने की मांग की है, जबकि माकपा ने एएमसी सहित पांच नगर निकायों में नए सिरे से चुनाव कराने की मांग की. दोनों दलों ने दावा किया कि BJP समर्थकों ने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों पर हमला किया और चुनाव में धांधली की, लेकिन सरकार मूकदर्शक बनी रही. हालांकि, BJP ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है. चुनाव में कुल 4.93 लाख से अधिक मतदाताओं में से 81.54 प्रतिशत ने मताधिकार का इस्तेमाल किया.


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