Tripura Election 2023: त्रिपुरा में लेफ्ट ने जारी किया घोषणापत्र, 2.5 लाख नई नौकरी के साथ पुरानी पेंशन बहाल करने का वादा
Left Tripura Manifesto: वाम मोर्चे ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए गरीबों को हर साल 200 दिन काम देने का भी वादा किया.
Tripura Election 2023: त्रिपुरा में विपक्षी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नीत वाम मोर्चे ने विधानसभा चुनाव के लिए शुक्रवार को अपना घोषणापत्र जारी कर दिया. लेफ्ट ने सत्ता में आने पर त्रिपुरा के लोगों को 2.5 लाख नई नौकरियों के साथ ही गरीब सीनियर सिटीजन को पेंशन, हर साल सरकारी कर्मचारियों के लिए दो डीए बढ़ोतरी और पुरानी पेंशन योजना बहाल करने का वादा किया है.
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के 15 पेज के घोषणापत्र में, राज्य में छंटनी किए गए 10,323 शिक्षकों की बहाली, संविदा कर्मचारियों की सेवाओं को नियमित करने और जनजातीय परिषद को अधिक स्वायत्तता देने का भी वादा किया गया है.
त्रिपुरा में लोकतंत्र का गला घोंटा गया
वाम मोर्चा के संयोजक नारायण कार ने मीडिया से बातचीत में आरोप लगाया कि 2018 में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सत्ता में आने के बाद त्रिपुरा में लोकतंत्र का गला घोंट दिया गया. उन्होंने कहा, 'बीजेपी-आईपीएफटी सरकार में लोगों के मतदान के अधिकार को छीन लिया गया जबकि आवाज उठाने की लोगों की स्वतंत्रता खो गई है. वाम मोर्चा अगर चुनाव जीतता है तो वह लोकतांत्रिक मूल्यों को बहाल करेगा.'
Tripura: Left Front released its manifesto today for upcoming assembly elections. Left Front convenor Comrade Narayan Kar, CPI(M) Tripura State Secretary Comrade Jitendra Chaudhury along with other leaders were present on the occasion. pic.twitter.com/iUSLN8szo7
— CPI (M) (@cpimspeak) February 3, 2023
पुरानी पेंशन योजना बहाल होगी
उन्होंने कहा, "अगर वाम मोर्चा को लोगों का आशीर्वाद मिलता है तो हम अगले पांच साल में 2.5 लाख नौकरियों के अवसर सृजित करेंगे." नारायण कार ने कहा कि कोई भी व्यक्ति जिनकी उम्र 60 साल से ज्यादा है और वार्षिक आय एक लाख रुपये से कम है, तो उन्हें सामाजिक पेंशन मिलेगी. उन्होंने कहा कि सरकार बनने की स्थिति में पुरानी पेंशन योजना बहाल की जाएगी.
त्रिपुरा में 1,88,494 पेंशनभोगी
त्रिपुरा में 1,88,494 सरकारी कर्मचारी और पेंशनभोगी हैं. वाम मोर्चे ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए गरीबों को हर साल 200 दिन काम देने का भी वादा किया. त्रिपुरा की 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए 16 फरवरी को मतदान होगा और दो मार्च को वोटों की गिनती की जाएगी.
इस बार गठबंधन में सीपीआई (एम) अकेले 43 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि अन्य वाम मोर्चे के घटक - फॉरवर्ड ब्लॉक, आरएसपी और सीपीआई एक-एक सीट पर चुनाव लड़ेंगे. वाम मोर्चा पश्चिम त्रिपुरा के रामनगर विधानसभा में एक निर्दलीय उम्मीदवार का समर्थन कर रहा है. वहीं, सीटों के बंटवारे के समझौते के तहत कांग्रेस 13 सीटों पर चुनाव लड़ रही है.
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