BJP Vs Tipra Motha Party: सत्तारूढ़ बीजेपी ने त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में 60 में से 32 सीटें जीतकर बहुमत के आंकड़े को आसानी से पार कर लिया. बीजेपी की सहयोगी आईपीएफटी ने पांच सीटों पर चुनाव लड़ा और एक सीट पर जीत हासिल की. जिसके बाद बीजेपी-IPFT की सीटें बढ़कर 33 हो गई. हालांकि, चुनाव में सबसे ज्यादा हैरान नवगठित टिपरा मोथा पार्टी (TPM) ने किया.


टिपरा मोथा ने 13 विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की और खुद को राज्य में मुख्य विपक्षी पार्टी के रूप में स्थापित किया. टिपरा मोथा के आश्चर्यजनक प्रदर्शन से साफ है कि बीजेपी के लिए राज्य में अब नई चुनौती खड़ी हो गई है. दूसरी ओर, सीपीएम (लेफ्ट) ने राज्य की 44 सीटों पर चुनाव लड़ा और सिर्फ 11 सीटों पर जीत हासिल की. लेफ्ट के साथ सीट बंटवारे का समझौता करने वाली कांग्रेस ने 13 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिसके हाथ केवल तीन सीटें ही लगीं.


टिपरा मोथा से हारे डिप्टी सीएम


त्रिपुरा चुनाव में स्पीकर और डिप्टी स्पीकर सहित बीजेपी के सभी मंत्रियों ने जीत हासिल की. हालांकि, पार्टी को एक बड़ा झटका भी लगा. उप मुख्यमंत्री जिष्णु देव वर्मा चारिलम सीट पर टिपरा मोथा के सुबोध देबबर्मा से 651 मतों से हार गए. बता दें कि देबबर्मा ने 2018 में इस सीट पर 25,000 वोटों से हासिल की थी.


त्रिपुरा में BJP गठबंधन के नंबर घटे


त्रिपुरा में बीजेपी की टैली 2018 के मुकाबले कम हो गई है. 2018 में बीजेपी ने 36 सीटें जीती थी, जबकि इस बार 32 सीटों पर जीत मिली है. वहीं IPFT ने पिछले चुनाव में 8 सीटों पर जीत हासिल की थी, जिसके खाते में इस बार सिर्फ एक सीट गई है. बीजेपी के अध्यक्ष राजीब भट्टाचार्जी बनमालीपुर सीट से कांग्रेस के दिग्गज नेता गोपाल राय से 1,253 मतों से हार गए. वहीं बीजेपी के महासचिव पापिया दत्ता कांग्रेस के सुदीप रॉयबर्मन से 8 से ज्यादा मतों से हार गए.


धनपुर सीट पर प्रतिमा भौमिक का कब्जा


बीजेपी महासचिव किशोर बर्मन और टिंकू रॉय ने नलचर और चांदीपुर सीटों पर क्रमश: 2,508 और 620 मतों के अंतर से जीत हासिल की. केंद्रीय अधिकारिता और सामाजिक न्याय राज्य मंत्री प्रतिमा भौमिक ने धनपुर सीट से 3,440 मतों से जीत हासिल की. वहीं, IPFT के इकलौते विजेता शुक्ला चरण नोतिया ने वामपंथी गढ़ जुलाईबाड़ी सीट पर जीत हासिल की. सीपीएम के राज्य सचिव जितेंद्र चौधरी, कांग्रेस अध्यक्ष बिरजीत सिन्हा और विधायक सुदीप रॉयबर्मन ने अपनी सीटों पर जीत हासिल की.


त्रिपुरा में TMC का खराब प्रदर्शन


तृणमूल कांग्रेस ने त्रिपुरा में 28 सीटों पर चुनाव लड़ा, लेकिन उसका प्रदर्शन निराशाजनक रहा. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी और टॉलीवुड के कई सितारों ने त्रिपुरा में प्रचार किया था, लेकिन लगभग हर तृणमूल उम्मीदवार की जमानत जब्त हो गई. टीएमसी का वोट प्रतिशत (0.88 प्रतिशत) नोटा से भी कम रहा.


कैसा रहा CPM-कांग्रेस गठबंधन का प्रदर्शन?


सीपीएम और कांग्रेस के बीच सीट बंटवारे का समझौता दोनों पार्टियों के लिए एक आपदा साबित हुआ. गठबंधन ने 56 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन उनमें से एक तिहाई पर ही जीत सकी. वहीं, इनके मुकाबले टिपरा मोथा का स्ट्राइक रेट काफी बेहतर रहा. टिपरा मोथा ने 42 सीटों पर चुनाव लड़कर 13 सीटों पर जीत हासिल की.


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