त्रिपुरा विधानसभा के लिए 18 फरवरी को चुनाव होने वाला है. विधानसभा में कुल 60 सीटें हैं. बीजेपी -आईपीएफटी गठबंधन सीपीएम की मुख्य प्रतिद्वंद्वी बन कर उभरा है.
बता दें राज्य में वाम मोर्चा का पिछले 25 साल से शासन है.
यहां एक चुनाव रैली में मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि समाज में दरार पैदा कर राज्य में सत्ता में आने की संगठित कोशिश की जा रही. उन्होंने आईपीएफटी पर आतंकवादियों से गुप्त संपर्क रखने का आरोप लगाया.