Tipra Motha Party On BJP: त्रिपुरा में अगले कुछ दिनों में 60 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव होना है जिसको लेकर सभी पार्टियां ताकत झोंकते दिख रही हैं. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने सोमवार (6 फरवरी) को विजय संकल्प जनसभा को संबोधित करते हुए विपक्ष को घेरा साथ ही त्रिपुरा के शाही वंशज प्रद्योत माणिक्य देबबर्मा के नेतृत्व वाली टिपरा मोथा पार्टी (Tipra Motha Party) को भी आड़े हाथ लिया. अमित शाह ने टिपरा मोथा पर आरोप लगाया कि उसका कांग्रेस और माकपा के साथ गुप्त समझौता हो चुका है. 


संतिरबाजार में एक रैली को संबोधित करते हुए गृहमंत्री अमित शाह बोले, "पहले कांग्रेस और कम्युनिस्ट लड़ रहे थे. अब, कांग्रेस और कम्युनिस्ट एक साथ आए हैं और टिपरा मोथा इनके साथ हैं." अमित शाह के इस बयान पर टिपरा मोथा के प्रमुख शाही प्रद्योत किशोर देबबर्मा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. देबबर्मा ने कहा, "मैं अपने देश के गृह मंत्री को बताना चाहूंगा कि माणिक्य कबीला किसी के सामने झुकता नहीं है और किसी की बी-टीम नहीं है. उन्होंने आगे कहा, अमित शाह ने मेरे दादाजी महाराजा बीर बिक्रम का नाम लिया. आप इस बात को समझ लें कि बीर बिक्रम अपनी जमीन, अपने लोग किसी को नहीं बेचेगा. हम किसी की बी-टीम नहीं हैं."


बीजेपी बी-टीम है...


देबबर्मा ने आगे कहा, भारतीय जनता पार्टी नागालैंड में बी-टीम है. मेघालय, शिलॉन्ग में वो किसी और पार्टी की बी-टीम है. मिजोरम में किसी अन्य पार्टी की बी-टीम है. तमिलनाडु में एआईएडीएमके की बी-टीम है. पंजाब में आप अकाली दल की बी-टीम है. उन्होंने अपनी बात पर और जोर देते हुए कहा, बीजेपी भारत की कई पार्टियों की बी-टीम है. टिपरा मोथा एक छोटी पार्टी भले है लेकिन ये किसी के झुकती या समझौता नहीं करती है.


शायद इसलिए बुला रहे बी-टीम- देबबर्मा


देबबर्मा बोले, अगर हम वाकई किसी की बी-टीम होते तो आप हमें बातचीत के लिए दिल्ली क्यों बुलाते? हमारे बीच कोई सौदा नहीं हुआ... कोई समझौता नहीं हुआ शायद इसलिए आप हमें बी-टीम बता रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि ये पार्टी 2023 चुनाव में बीजेपी, सीपीएम और कांग्रेस को हरा देगी. 


दरअसल, टिपरा मोथा आदिवासी समर्थन के बल पर आगे बढ़ रहा है और बीजेपी को बैकफुट पर धकेल रहा है. पार्टी ने 2021 में आदिवासी क्षेत्रों के जिला परिषद चुनावों में 30 में से 18 सीटों पर जीत हासिल की थी. 


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