Biplab Deb: त्रिपुरा के पूर्व सीएम बिप्लब देब के पैतृक घर पर हमला, उपद्रवियों ने लगाई आग
Biplab Deb House Set on Fire: यह घटना बिप्लब देव के इस घर पर आने से एक दिन पहले हुई है. दरअसल, बुधवार को उनके पिता की पुण्य तिथि है. इस मौके पर वह बुधवार को यहां आकर हवन करने वाले थे.
Attack on Tripura Ex CM Biplab Deb House: त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लब देब के पैतृक घर पर कुछ असामाजिक तत्वों ने मंगलवार रात हमला कर दिया. इस दौरान उपद्रवियों ने घर में तोड़फोड़ के बाद आग भी लगा दी. बताया गया है कि उपद्रवियों ने कुछ गाड़ियों में भी आग लगाई. यह घटना बिप्लब देव के इस घर पर आने से एक दिन पहले हुई है. दरअसल, बुधवार को उनके पिता की पुण्य तिथि है. इस मौके पर वह बुधवार को यहां आकर हवन करने वाले थे. पर पुण्य तिथि से एक दिन पहले उस घर पर हमला करके सबकुछ नष्ट कर दिया गया है.
पुलिस की टीम जांच में जुुटी
बता दें कि त्रिपुरा के पूर्व सीएम बिप्लब देब का पैतृक घर गोमती जिले के उदयपुर परगना के जमजुरी ग्राम में है. इस घर आग की घटना जैसे ही पुलिस को मिली, पुलिस के आला अफसर और स्थानीय थाने की टीम मौके पर पहुंची. इस बीच बीजेपी के कार्यकर्ता भी बड़ी संख्या में वहां जुटे और हंगामा करने लगे. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.
कुछ लोग बता रहे सीपीएम की साजिश
कुछ सूत्रों का दावा है कि पूर्व सीएम बिप्लब देब के पैतृक घर पर हुआ हमला सीपीएम की साजिश बताई है. उसी ने ये सब कराया है. बताया जा रहा है कि काकराबन के विधायक रतन चक्रवर्ती ने मंगलवार को इस वर्ग के लोगों के साथ बैठक की थी. इस बैठक के बाद ही यह घटना हो गई. ऐसे में शक जताया जा रहा है कि इस हमले के पीछे सीपीएम का ही हाथ है.
Tripura | We came here to worship Mata Sundari. While I was here, a large number of people came towards our car & attacked me: J Kaushik, SC lawyer & victim, on miscreants' attack at Tripura ex-CM Biplab Deb's ancestral home in Jamjuri pic.twitter.com/svd4enJMJV
— ANI (@ANI) January 3, 2023
ये है बिप्लब देब का सफर
बिप्लब कुमार देब का जन्म 25 नवंबर 1969 को त्रिपुरा में गोमती जिले के राजधर नगर गांव में एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था. उनके पिता हराधन देब जनसंघ के स्थानीय नेता थे. बिप्लब देब ने त्रिपुरा के उदयपुर कॉलेज से 1999 में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की. इसके बाद वह आगे की पढ़ाई के लिए दिल्ली आ गए. दिल्ली में इन्होंने 16 साल तक राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के कार्यकर्ता के रूप काम किया. इनका मध्यप्रदेश और सतना से खास रिश्ता रहा है. वह सतना से भाजपा के सांसद गणेश सिंह के करीब 10 साल तक निजी सचिव रहे. 2014 में बनारस में लोकसभा चुनाव की पीएम मोदी की कैंपेनिंग को मैनेज करने का काम भी बिप्लब देब ने किया. साल 2014 में मोदी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद बिप्लब देब को दिल्ली से त्रिपुरा भेजा. त्रिपुरा राज्य अध्यक्ष की जिम्मेदारी मिलते ही मात्र दो साल के अंदर ही बिप्लब देव ने बीजेपी के लिए राज्य में कायापलट कर दिया और पिछले 25 साल से चला आ रहा लेफ्ट का साम्राज्य खत्म कर दिया. पार्टी ने इस शानदार प्रदर्शन का इनाम बिप्लब देब को दिया और उन्हें 2018 में प्रदेश का सीएम बनाया गया.
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