Heat Wave: त्रिपुरा में अब गर्मी का दौर शुरू हो चुका है. त्रिपुरा सरकार ने हीटवेव के कारण प्रदेश भर के सभी स्कूलों में छुट्टियों को 1 मई (बुधवार) तक 3 दिनों के लिए बढ़ाने का फैसला किया है. दरअसल, इससे पहले सरकार ने पूर्वोत्तर राज्य में भीषण गर्मी के कारण 23 से 28 अप्रैल तक सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों को बंद करने का ऐलान किया था. इससे पहले पुडुचेरी में भी हीट वेव के चलते 5 जून तक छुट्टी का ऐलान किया गया है.


मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, शिक्षा विभाग के अतिरिक्त सचिव एनसी शर्मा ने कहा कि चूंकि राज्य में गर्मी का प्रकोप लगातार जारी है, इसलिए यह फैसला लिया गया है कि सभी स्कूल 29 अप्रैल से 1 मई तक बंद रहेंगे. इस दौरान सभी जिला शिक्षा अधिकारियों (डीईओ) से अनुरोध किया गया था कि वे अपने अधिकार क्षेत्र के तहत आने वाले स्कूलों को इस फैसले की जानकारी उपलब्ध कराएं.


मौसम विभाग की चेतावनी भीषण गर्मी में सताएगी 'लू'


हालांकि, मौसम विभाग के मुताबिक अगले कुछ दिनों तक गर्मी का प्रकोप जारी रहेगा. रविवार को राज्य का अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. उधर, मौसम विभाग के अधिकारी का कहना है कि आज यानि कि सोमवार को तापमान 39 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाएगा, जो राज्य में सबसे ज्यादा होगा.


मौसम विभाग के अधिकारी ने कहा कि मौजूदा गर्म और उमस भरी स्थिति से कोई राहत नहीं मिलेगी, क्योंकि अगले तीन दिनों के दौरान पारा औसतन 37 से 38 डिग्री सेल्सियस पर बना रहेगा. उन्होंने बताया कि 2 और 3 मई को बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना जताई जा रही है.


स्कूलों की बढ़ाई गईं छुट्टियां 


बता दें कि, शिक्षा विभाग निदेशालय का कहना है कि राज्य भर में चल रही भीषण गर्मी की लहर के कारण 29 अप्रैल से 1 मई तक स्कूलों को बंद करने की घोषणा की गई है. त्रिपुरा सरकार के शिक्षा विभाग ने कहा, टीटीएएडीसी के तहत स्कूल और निजी तौर पर प्रबंधित स्कूल 29 अप्रैल से 5 मई तक तीन और दिनों के लिए बंद रहेंगे. जिसमें सभी सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त और निजी तौर पर प्रबंधित स्कूल, त्रिपुरा सरकार के दायरे में आने वाले स्कूल शामिल है. साथ ही त्रिपुरा जनजातीय क्षेत्रों के अंतर्गत आने वाले स्वायत्त जिला परिषद (TTAADC), अतिरिक्त तीन दिनों के लिए बंद रहेंगे.


गौरतलब है कि 29 अप्रैल से 1 मई, 2024 तक प्रभावी बंद का उद्देश्य छात्रों और कर्मचारियों को भीषण गर्मी के प्रतिकूल प्रभावों से बचाना है. यह फैसला तब लिया गया है जब तापमान लगातार बढ़ रहा है, जिससे कक्षाओं में भाग लेने वाले छात्रों के लिए स्वास्थ्य जोखिम और असुविधा पैदा हो रही है. जिला शिक्षा अधिकारियों को इस निर्देश को अपने-अपने अधिकार क्षेत्र के सभी स्कूलों में प्रसारित करने का काम तुरंत सौंपा गया है.


जानलेवा हो सकता है हीटवेव 


इस दौरान अधिकारियों का कहना है कि छात्रों का स्वास्थ्य और सुरक्षा सर्वोपरि है. ऐसे में छात्रों के माता-पिता से अनुरोध है कि बच्चे हाइड्रेटेड रहें, धूप से बचें और हीटवेव के प्रभाव को कम करने के लिए आवश्यक सावधानी बरतें.


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