अगरतला: बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने आज त्रिपुरा की सत्तारूढ़ सीपीआईएम पर ‘‘भ्रष्टाचार और गड़बड़ियों’’ का आरोप लगाया और कहा कि केन्द्र द्वारा पर्याप्त कोष जारी करने के बावजूद राज्य में विकास नहीं हुआ.


तीन साल में 25 हजार करोड़ रूपए


उनाकोटी जिले के कुमारघाट में एक जनसभा में उन्होंने कहा, ‘‘त्रिपुरा को यूपीए दो सरकार के समय दस हजार करोड़ रूपये मिले जबकि नरेंद्र मोदी सरकार ने बीते तीन साल में 25 हजार करोड़ रूपये ज्यादा जारी किये.’’


अमित शाह पूर्वोत्तर राज्य में पार्टी का आधार बढाने के लिए मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी शासित त्रिपुरा के दो दिन के दौरे पर हैं. बीजेपी नेता ने कहा, ‘‘त्रिपुरा कांग्रेस नीत यूपीए सरकार के दौरान वंचित रहा क्योंकि सीपीआईएम का कांग्रेस के साथ समझौता था.’’


नैतिक आधार पर सीबीआई जांच के आदेश


रोज वैली चिटफंड घोटाले में कथित संलिप्तता के लिए सत्तारूढ पार्टी के नेताओं पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा, ‘‘अगर इसमें सीबीआई जांच के आदेश दिये जाएंगे तो धन इन नेताओं के घरों से मिलेगा. मुख्यमंत्री माणिक सरकार को नैतिक आधार पर सीबीआई जांच के आदेश देने चाहिए.’’


शाह ने यह भी वादा किया कि अगर बीजेपी सत्ता में आती है तो राज्य सरकार के कर्मचारियों के लिए सातवें केन्द्रीय वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करेगी. उन्होंने कहा, ‘‘पहले कैबिनेट बैठक में कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के कल्याण के लिए फैसला किया जाएगा.’’


जनता के दरवाजे पर एंबुलेंस और बिजली की उपलब्धता


बीजेपी शासित राज्यों गुजरात, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में जनता के दरवाजे पर एंबुलेंस और बिजली की उपलब्धता के बारे में बात करते हुए उन्होंने सवाल किया कि क्या राज्य के हर क्षेत्र में बिजली है?


शाह ने कहा कि क्या आपके पास एंबुलेंस सुविधा है? अगर बीजेपी सत्ता में आई तो यह सुविधा उपलब्ध होगी. उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी 2018 राज्य विधानसभा चुनाव जीतती है तो वह त्रिपुरा में विकास कराएगी.