Assembly Elections Result 2023: त्रिपुरा, मेघालय और नगालैंड में विधानसभा चुनाव 2023 के लिए गुरुवार (2 मार्च) को मतगणना हो रही है. पूर्वोत्तर के इन तीनों राज्यों में बीजेपी की प्रतिष्ठा दांव पर है. इसकी वजह भी है. इन तीन राज्यों में पिछले 5 साल बीजेपी सत्ता में रही है. बीजेपी के लिए इन तीन चुनावों के नतीजे कैसे रहे हैं, आइए समझने की कोशिश करते हैं.
सबसे पहले नजर डालते हैं त्रिपुरा में बीजेपी के प्रदर्शन पर. 2018 में बीजेपी ने त्रिपुरा में लेफ्ट के गढ़ को गिरा दिया था और सरकार बनाई थी. तब बीजेपी ने 36 सीटें जीती थीं, जबकि 9 सीटें उसकी सहयोगी आईपीएफटी को मिली थीं. इस बार बीजेपी गठबंधन को 34 सीटें मिलती नजर आ रही हैं. यानी 5 सालों में बीजेपी गठबंधन को 10 सीटों का नुकसान हुआ है.
सीट कम होने पर त्रिपुरा के सीएम माणिक साहा ने चुनाव बाद इसकी समीक्षा की बात कही है. एबीपी न्यूज के साथ बातचीत में माणिक साहा ने कहा, हमें अधिक सीटों की उम्मीद थी लेकिन जनता का फैसला सबसे ऊपर होता है. चुनाव बाद होने वाली समीक्षा में इसके कारणों की जांच की जाएगी.
नगालैंड में बीजेपी गठबंधन ने मारा मैदान
तीनों राज्यों में अगर देखें तो बीजेपी के गठबंधन को सबसे तगड़ा फायदा नगालैंड में मिलता दिखाई दे रहा है. नगालैंड में इस बार बीजेपी ने एक बार फिर एनडीपीपी के साथ चुनाव लड़ा था. दोपहर बाद तक के रुझानों में बीजेपी-एनडीपीपी गठबंधन को 39 सीटें मिलती दिखाई दे रही हैं. पिछली बार इस गठबंधन के खाते में 60 में 29 सीटें आई थीं. इस बार गठबंधन को 10 सीटों का सीधा फायदा होता दिख रहा है.
मेघालय में बीजेपी अकेले मैदान में
मेघालय में पहली बार बीजेपी ने सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे. अभी तक बीजेपी को 3 सीटें मिलती नजर आ रही हैं. 2018 के नतीजों से तुलना करें तो बीजेपी को सिर्फ 1 सीट का फायदा होता दिख रहा है. पिछले चुनाव में बीजेपी को दो विधानसभा सीटों पर जीत मिली थी.
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