त्रिपुरा में चुनावों से ठीक पहले बीजेपी ने मणिक साहा को बड़ी जिम्मेदारी देते हुए उन्हें मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया. जिसके बाद अब साहा त्रिपुरा के सीएम पद की शपथ भी ले चुके हैं. लेकिन त्रिपुरा में बीजेपी इस वक्त अंदरूनी कलह से जूझ रही है, जो नए सीएम मणिक साहा के लिए एक बड़ी चुनौती है. साहा ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में ऐसे ही तमाम सवालों का जवाब दिया. 


पूर्व सीएम बिप्लब देब की जमकर तारीफ
पार्टी में कलह की खबरों और चुनौतियों को लेकर मणिक साहा ने कहा कि, बीजेपी एक राजनीतिक दल के साथ एक सामाजिक पार्टी भी है. उस हिसाब से चुनाव आएंगे और जाएंगे. हम लोग एक ही तरह से काम करते हैं. 2023 के लिए हम बिल्कुल भी चिंतित नहीं हैं. हमारे पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लब देब ने काफी अच्छा काम किया. ऐसा नहीं है कि उनका काम ठीक नहीं है, इसलिए उन्हें नहीं बदला गया. जनता उनके काम से काफी खुश है. पार्टी में ये बदलाव एक रिले रेस की तरह है. आज मैं हूं कल नहीं भी रह सकता हूं. इससे पार्टी और जनता के लिए फायदा होता है. त्रिपुरा बीजेपी में किसी भी तरह की कलह नहीं है. पहले भी बीजेपी शासित राज्यों में मुख्यमंत्री बदले गए, ये भी उसी तरह है. 


बतौर मुख्यमंत्री सबसे बड़ी चुनौती पर बात करते हुए मणिक साहा ने कहा कि, बीजेपी 365 दिन काम करती है. हमें यही सामने रखकर काम करना है. हम चुनाव के लिए काम नहीं करते हैं. जनता हमसे खुश है, इसलिए कोई ज्यादा चुनौती नहीं है. 


'त्रिपुरा में बीजेपी के लिए नहीं कोई चुनौती'
त्रिपुरा के सीएम ने कहा कि, हाल ही में एडीसी चुनाव हुआ था. उसमें वाम दलों को एक सीट भी नहीं मिली. उस हिसाब से हमें नहीं लगता है कि कम्युनिस्ट पार्टी को लेकर हमारे सामने कोई चुनौती है. विधानसभा में ये हमारे विपक्षी हैं, इसीलिए हम इनके बारे में सोचते हैं. हमने चार साल में क्या-क्या काम किए उसे लेकर ही हम जनता के बीच जाएंगे. 


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