त्रिपुरा: 'हाउस अरेस्ट' हुई प्रशांत किशोर की टीम, अभिषेक बनर्जी ने इसे बीजेपी को TMC का डर बताया
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की कंपनी आईपैक के 23 कर्मचारियों का दल त्रिपुरा पहुंचा जहां उन्हें होटल से निकले की इजाजत नहीं दी गई और उन्हें नजरबंद कर लिया गया.
अगरतला: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की कंपनी I-PAC की A23 सदस्यीय टीम, जो 2023 के राज्य विधानसभा चुनावों से पहले ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस (TMC) के राजनीतिक मूल्यांकन के लिए पिछले सप्ताह से त्रिपुरा के अगरतला के एक होटल में डेरा डाले हुए है. वहीं अब उन्हें जानकारी के मुताबिक, स्थानीय पुलिस ने "होटल में नजरबंद" कर दिया.
त्रिपुरा में अपना आधार मजबूत कर रही टीएमसी ने हाल ही में आशीष लाल सिंह को राज्य में पार्टी अध्यक्ष नियुक्त किया था. टीएमसी का मानना है कि बीजेपी इससे 'डर' रही है क्योंकि पार्टी पूरे देश में अपना आधार बढ़ा रही है.
उन्हें इस तरह हिरासत में लिया गया मानो वे अपराधी हों- आशीष सिंह
आशीष लाल सिंह ने कहा, "आज की घटना बहुत ही चौंकाने वाली है और हमें शर्म आती है क्योंकि यह त्रिपुरा की संस्कृति नहीं है. जिस तरह से बीजेपी सरकार आई-पीएसी टीम के साथ व्यवहार करती है. कल रात 1 बजे से ही बदमाशों ने गाली-गलौज करना शुरू कर दिया. जब वे होटल से बाहर आने ही वाले थे तो उन्हें इस तरह हिरासत में लिया गया मानो वे अपराधी हों.”
उन्होंने आगे कहा कि, “उनका कर्तव्य सिर्फ त्रिपुरा के लोगों से संपर्क करना था. दरअसल बीजेपी सरकार तृणमूल से डरी हुई है. उन्होंने महसूस किया है कि धीरे-धीरे तृणमूल की ताकत दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है. 2 जून से अब तक 65,000 से अधिक लोग तृणमूल में शामिल हो चुके हैं."
बंगाल में हमारी जीत से इतने बौखला गए हैं- टीएमसी
इस घटना के लिए बीजेपी की आलोचना करते हुए, टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने ट्वीट किया, “@BJP4Tripura में @AITCofficial के जमीन पर कदम रखने से पहले ही डर स्पष्ट से अधिक है. वे #बंगाल में हमारी जीत से इतने बौखला गए हैं कि उन्होंने अब 23 IPAC कर्मचारियों को नजरबंद कर दिया है. इस देश का लोकतंत्र भाजपा के कुशासन में हजारों लोगों की जान लेता है"
The fear in @BJP4Tripura before even @AITCofficial stepped into the land, is more than evident!
— Abhishek Banerjee (@abhishekaitc) July 26, 2021
They are so rattled by our victory in #Bengal that they've now kept 23 IPAC employees under house arrest.
Democracy in this nation dies a thousand deaths under BJP's misrule!
उन्होंने आगे कहा, "बीजेपी ने बहुत बड़ी गलती की है और इसके लिए उन्हें भुगतान करना पड़ता है क्योंकि आप त्रिपुरा में जानते हैं, हम लोग हमेशा अपने मेहमानों का हर तरह से सम्मान करते हैं. बीजेपी ने त्रिपुरा के लोकतंत्र को बर्बाद कर दिया है," सिंह ने आगे कहा.
कुछ टीएमसी समर्थकों को 21 जुलाई को कोविड -19 महामारी दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने और शहीद दिवस पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भाषण को सुनने के लिए बड़ी संख्या में इकट्ठा होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.
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