त्रिपुरा: भारत में जारी लॉकडाउन के बीच एक जोड़े ने अपने नवजात का नाम 'लॉकडाउन' रखा है. राजस्थान निवासी दंपति त्रिपुरा में कुछ महीने रहकर सामान बेचने आता है. मगर इस बार कोरोना वायरस महामारी के फैलने के कारण अपने प्रदेश नहीं जा सका.


नवजात का दंपति ने नाम रखा 'लॉकडाउन'


संजय बाउरी और उनकी पत्नी मंजू बाउरी हर साल छह महीने पर त्रिपुरा आते हैं. यहां प्लास्टिक सामानों की बिक्री करने के बाद अन्य राज्यों में सफर पर निकल जाते हैं. मगर इस बार यहां आने का अनुभव उनका कुछ अलग रहा. पिता बने संजय ने बताया, "कोरोना वायरस से पैदा हुए लॉकडाउन के कारण हमें बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ा. हमारे बच्चे का जन्म सरकारी अस्पताल में 7 दिन पहले हुआ. चूंकि उसका जन्म लॉकडाउन के दौरान हुआ, इसलिए हमने उसका नाम 'लॉकडाउन' रखने का फैसला लिया."


राजस्थान का दंपति त्रिपुरा में फंसा हुआ है


नवजात का लॉकडाउन नामकरण करने वाले पिता ने बताया कि अगरतला रेलवे स्टेशन पर पुलिस के जवान उन्हें शेल्टर होम ले गए. वहां उन्होंने हमारी बहुत सहायता की. उनकी वजह से पत्नी की सुरक्षित डिलिवरी हो सकी. रेलवे पुलिस और सरकार का शुक्रिया अदा करते हैं. घर जाने के लिए उन्हें अब लॉकडाउन खत्म होने का इंतजार है. GRP के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हम एक गर्भवती महिला को IGM अस्पताल ले गए. जहां उसने कुछ दिनों पहले एक लड़के को जन्म दिया. जच्चा-औऱ बच्चा के लिए जरूरी सामान के अलावा दवाइयां मुहैया करा दी गई हैं. बच्चा स्वस्थ है. फिलहाल हमने 63 प्रवासी विक्रेताओं को दो अलग-अलग शेल्टर होम में लॉकडाउन के बाद रखा है.


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