Tripura Voter Turnout: त्रिपुरा विधानसभा चुनाव के लिए मतदान खत्म, जानें कितनी फीसदी हुई वोटिंग?
Tripura Election 2023: त्रिपुरा विधानसभा चुनाव के लिए शांतिपूर्ण तरीके से मतदान प्रक्रिया पूरी हुई. त्रिपुरा के मतदाताओं ने बढ़ चढ़कर वोटिंग में हिस्सा लिया.
Tripura Assembly Election Voting: त्रिपुरा की 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए गुरुवार (16 फरवरी) को कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान (Voting) हुआ. वोटिंग सुबह सात बजे शुरू हुई थी. राज्य में 3,337 मतदान केंद्रों पर मतदान हुआ. त्रिपुरा चुनाव (Tripura Election) में कुल 259 उम्मीदवार मैदान में थे. 1100 मतदान केंद्रों की संवेदनशील और 28 की अति संवेदनशील के रूप में पहचान की गई थी. 97 मतदान केंद्रों का प्रबंधन महिला चुनाव कर्मियों ने किया. जानिए त्रिपुरा चुनाव के मतदान से जुड़ी बड़ी बातें.
1. त्रिपुरा विधानसभा चुनाव के लिए 4 बजे तक 81 प्रतिशत मतदान हुआ. राज्य में स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव कराने के लिए 31,000 मतदानकर्मी और केंद्रीय बलों के 25,000 सुरक्षाकर्मी तैनात किये गए थे. इसके अलावा, कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए राज्य सशस्त्र पुलिस और राज्य पुलिस के 31,000 कर्मचारियों को तैनात किया गया था.
2. मतदान के दौरान शारीरिक रूप से विकलांग और बुजुर्ग मतदाताओं के लिए विशेष कदम उठाए गए ताकि उन्हें मतदान केंद्रों पर किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो. त्रिपुरा विधानसभा चुनाव-2023 में ट्रांसजेंडर मतदाताओं ने भी बढ़ चढ़कर मतदान किया.
3. त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने अगरतला में वोट डाला था. इस दौरान उन्होंने कहा कि हम शांतिपूर्ण मतदान चाहते हैं. लोग मुझसे पूछते हैं कि मेरे सामने क्या चुनौती है? चुनौती यह है कि अपवित्र गठबंधन में एक साथ आए प्रतिद्वंद्वियों (कांग्रेस-वाम) को शांति बनाए रखनी चाहिए. उन्हें विश्वास है कि बीजेपी यहां जरूर सरकार बनाएगी.
4. त्रिपुरा के पूर्व सीएम माणिक सरकार ने अगरतला में वोट डाला. इस दौरान उन्होंने बीजेपी पर वाम दलों के पोलिंग एजेंटों पर हमला करने का आरोप लगाते हुए दावा किया कि उन्हें धनपुर में पोलिंग बूथों से बाहर निकाल दिया गया. उन्होंने गोमती जिले के उदयपुर में भी हिंसा का आरोप लगाया.
5. दक्षिण त्रिपुरा के कलाचेरा मतदान केंद्र के बाहर एक भाकपा (CPI) समर्थक की पिटाई की खबर भी सामने आई थी. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुलिस अधिकारी समर्थक को अस्पताल ले गए हैं. स्वत: संज्ञान लेते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. पुलिस का कहना है कि जल्द आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
6. त्रिपुरा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने गुरुवार को कांग्रेस और बीजेपी की राज्य इकाइयों के साथ-साथ बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव दिलीप सैकिया को पूर्वोत्तर राज्य में मतदान के दौरान ट्विटर पर वोट मांगने के लिए नोटिस जारी किया. निर्वाचन आयोग ने कहा कि ये ट्वीट चुनाव कानून का उल्लंघन हैं क्योंकि ये ट्वीट मंगलवार शाम से शुरू हुए 48 घंटे के प्रचार निषेध समय में किए गए थे. नियमों के चुनाव प्रचार थमने के बाद आखिरी 48 घंटों में किसी भी प्रकार की चुनाव सामग्री को प्रसारित नहीं किया जा सकता है.
7. इससे पहले गुरुवार सुबह पीएम नरेन्द्र मोदी ने त्रिपुरा के लोगों से विधानसभा चुनाव के दौरान मतदान में रिकॉर्ड संख्या में भाग लेने का अनुरोध किया. पीएम मोदी ने ट्वीट में कहा कि त्रिपुरा के लोगों से आग्रह करता हूं कि वे रिकॉर्ड संख्या में मतदान करें और लोकतंत्र के उत्सव को मजबूत बनाएं. मैं विशेष रूप से युवाओं का आह्वान करता हूं कि वे अपने मताधिकार का इस्तेमाल करें.
8. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी त्रिपुरा के लोगों से अपील की थी कि वे भयमुक्त होकर मतदान में हिस्सा लें. खरगे ने ट्वीट कर कहा कि त्रिपुरा के लोग बदलाव के लिए एकजुट हैं. सभी लोगों, विशेषकर युवाओं से आग्रह करता हूं कि वो लोकतंत्र के इस उत्सव में भाग लें और शांति एवं प्रगति के लिए मतदान करें. भयमुक्त होकर मतदान करें.
9. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने त्रिपुरा के लोगों से समृद्ध और भ्रष्टाचार मुक्त राज्य के लिए भारी संख्या में मतदान की अपील की थी. अमित शाह ने कहा कि त्रिपुरा के भाइयों और बहनों से आग्रह करता हूं कि वे यह सुनिश्चित करने के लिए मतदान करें कि वहां एक विकासोन्मुखी सरकार बने और शांति व विकास के जिस युग की शुरुआत हुई है, वह जारी रहे. जेपी नड्डा ने कहा कि सुशासन, विकास की यात्रा को जारी रखने के लिए हर एक मत मायने रखता है और वह समृद्ध और भ्रष्टाचार मुक्त त्रिपुरा के लिए निर्णायक साबित होगा.
10. त्रिपुरा में बीजेपी और आईपीएफटी (इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा) गठबंधन सत्ता पर कब्जा बरकरार रखने की कोशिश में है. वहीं, वाम-कांग्रेस गठबंधन ने भी सत्ता छीनने की भरकस कोशिश की है. बीजेपी 55 विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ रही है, जबकि उसकी सहयोगी आईपीएफटी ने छह सीट पर उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि एक सीट पर दोस्ताना मुकाबला होगा. वाम मोर्चा 47 सीट पर चुनाव लड़ रहा है और कांग्रेस 13 सीट पर चुनाव लड़ रही है. तृणमूल कांग्रेस ने 28 सीट पर उम्मीदवार उतारे हैं और 58 निर्दलीय उम्मीदवार भी हैं.
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