TRP में हेरफेर की CBI करेगी जांच, एजेंसी ने लखनऊ पुलिस से जांच का जिम्मा अपने हाथ में लिया
TRP Racket: अधिकारी ने बताया कि टीआरपी हेरफेर को लेकर सीबीआई ने लखनऊ पुलिस से जांच का जिम्मा अपने हाथ में ले लिया है.

नई दिल्ली: टीआरपी में हेरफेर की जांच सीबीआई करेगी. अधिकारियों ने बताया कि टीआरपी में हेरफेर के आरोपों पर एफआईआर दर्ज किए जाने के बाद सीबीआई ने लखनऊ पुलिस से जांच का जिम्मा अपने हाथ में लिया है.
अधिकारी ने कहा कि मामला पहले लखनऊ के हजरतगंज थाने में एक विज्ञापन कंपनी के प्रवर्तक की शिकायत पर दर्ज किया गया था, जिसे उत्तरप्रदेश सरकार ने सीबीआई को सौंप दिया.
उन्होंने कहा कि त्वरित कार्रवाई करते हुए सीबीआई ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. अधिकारियों ने बताया कि मुख्य आरोप पैसे लेकर टीआरपी रेटिंग में हेरफेर किए जाने का मामला है.
बता दें कि पिछले दिनों मुंबई पुलिस ने टीआरपी में हेरफेर को लेकर जांच शुरू की थी. आठ अक्टूबर को मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में टीआरपी रैकेट को लेकर जानकारी दी थी.
परमबीर सिंह ने कहा था कि जांच के दौरान ये बात सामने आई है कि कुछ पुराने वर्कर जो हंसा के साथ काम कर रहे थे कुछ टेलीविजन चैनल से डाटा शेयर कर रहे थे. वो लोगों (जिनके घर में बैरोमीटर लगा था) से कहते थे कि आप घर में हैं या नहीं है चैनल ऑन रखिए. इसके लिए पैसे देते थे. कुछ व्यक्ति जो अनपढ़ हैं, उनके घर में अंग्रेजी के चैनल ऑन किया जाता था. इस काम में रिपब्लिक टीवी के साथ दो छोटे चैनल फख्त मराठी और बॉक्स सिनेमा भी शामिल है.
रेटिंग्स एजेंसी ' ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल ' (बीएआरसी) ने ' हंसा रिसर्च ग्रुप ' के जरिए एक शिकायत दर्ज कराई थी और इसी के बाद मुंबई पुलिस ने जांच शुरू की थी.
इसके बाद ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (बार्क) ने न्यूज चैनलों की रेटिंग को अस्थायी रूप से 12 सप्ताह के लिए निलंबित कर दिया.
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