Amit Shah Telangana Tour: तेलंगाना में सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) की विधान परिषद सदस्य कल्वकुंतला कविता ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) की एक बैठक में हिस्सा लेने के लिए शनिवार को हैदराबाद आ रहे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से जरूरी वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि सहित विभिन्न मुद्दों पर कई सवाल किए. मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (CM K Chandrashekhar Rao) की बेटी कविता ने ट्विटर पर लिखा कि अमित शाह (Amit Shah) को तेलंगाना के लोगों को बताना चाहिए कि केंद्र सरकार (Center) राज्य (State Government) को लंबित बकाये का भुगतान कब करेगी.


उन्होंने कहा 'अमित शाह जी, तेलंगाना में आपका स्वागत है! कृपया तेलंगाना के लोगों को बताएं कि केंद्र सरकार निम्नलिखित का भुगतान कब करेगी-वित्त आयोग अनुदान का बकाया : 3,000 करोड़ रुपये से अधिक, पिछड़ा क्षेत्र अनुदान : 1,350 करोड़ रुपये, जीएसटी मुआवजा : 2,247 करोड़ रुपये.' टीआरएस नेता ने 'आसमान' छूती महंगाई, 'रिकॉर्ड तोड़' बेरोजगारी, भाजपा शासन में बड़े पैमाने पर सांप्रदायिक हिंसा और ईंधन के ‘सबसा महंगा’ होने से जुड़े सवालों पर शाह की प्रतिक्रिया मांगी.


8 सालों से नहीं मिली IIM, IISER, NID या मेडिकल कॉलेज को मंजूरी
कविता चाहती है कि शाह लोगों को समझाएं कि केंद्र पिछले आठ वर्षों के दौरान तेलंगाना में एक भी आईआईएम, आईआईएसईआर, एनआईडी या मेडिकल कॉलेज को मंजूरी देने में नाकाम क्यों रहा. उन्होंने पूछा, 'अमित शाह जी, क्या यह केंद्र सरकार का सरासर पाखंड नहीं है कि कर्नाटक की ऊपरी भद्रा परियोजना और केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा दिया जाता, जबकि तेलंगाना की पलामुरु रंगारेड्डी लिफ्ट सिंचाई योजना और कलेश्वरम परियोजना के साथ ऐसा नहीं किया जाता है?'


विधानसभा चुनाव से पहले TRS और  BJP में जुबानी जंग तेज
तेलंगाना में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ टीआरएस और बीजेपी के बीच कई महीनों से जुबानी जंग चल रही है. प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष और सांसद बंदी संजय कुमार की 'पदयात्रा' के दूसरे चरण के समापन के मौके पर अमित शाह की जनसभा का आयोजन किया गया है.


यह भी पढ़ेंः


Gyanvapi Masjid: ज्ञानवापी परिसर को लेकर मुस्लिम पक्ष ने दी सुप्रीम कोर्ट में चुनौती, शनिवार को शुरू होगा सर्वे


Ukraine-Russia War: यूक्रेन की राजधानी कीव में भारतीय दूतावास फिर से खुलेगा, रूसी हमले के चलते किया गया था बंद