नई दिल्ली: क्या एटीएम से पैसे निकालने की लाइन में बाबा रामदेव बेहोश हो गए थे? क्या दुनिया को योग से स्वस्थ्य करने का दावा करने वाले रामदेव नए पैसों के इंतजार में अस्वस्थ्य हो गए थे? क्या कतार में खड़े होकर पैसे निकालने के चक्कर में बाबा रामदेव अस्पताल पहुंच गए थे? क्या कालेधन के खिलाफ मुहिम चलाने वाले बाबा की सांस ईमानदारों की लाइन में उखड़ गयी थी?

ये सवाल उठ रहे हैं क्योंकि सोशल मीडिया पर एक वायरल मैसेज दावा कर रहा है, " पीएम मोदी के समर्थन में बैंक की लाइन में लगे रामदेव कुछ ही देर में गश खा कर हुए बेहोश. ये कैसा योगी है."

इस मैसेज में एक फोटो भी लगायी गयी है जिसमें बाबा रामदेव को एक स्ट्रेचर में लेटे हुए देखा जा सकता है उनकी आंखे बंद हैं और स्ट्रेचर को एंबुलेंस के भीतर ले जाया जा रहा है. इसके बाद सोशल मीडिया पर एक के बाद एक मैसेज की बाढ़ आ गयी.

ये पता करने की शुरुआत ABP न्यूज ने की कि मैसेज की शुरूआत कहां से हुई और ये मैसेज इतना फैला कैसे. तो फेसबुक में हमें एक और मैसेज मिला. जिसमें ये दावा किया गया था कि बाबा रामदेव के एटीएम की कतार में बेहोश होने के मैसेज को कांग्रेस के बड़े नेता दिग्विजय सिंह ने ट्विटर में रिट्वीट किया है. ये दावा चौंकाने वाला था. हमने दिग्विजय सिंह का ट्विटर एकाउंट चेक किया तो वहां पर ऐसा कोई रीट्वीट नहीं मिला. पर कुछ देर बाद साइबर मीडिया में जनसत्ता डॉट कॉम के नाम की वेबसाइट में खबर देखने को मिली जिसमें लिखा था कि बाबा रामदेव पर ट्वीट करके फंसे दिग्विजय सिंह. यहां भी दिग्विजय सिंह के ट्विटर एकाउंट से रीट्वीट किया गए मैसेज को दिखाया गया था.

लेकिन दिग्विजय सिंह के ट्विटर एकाउंट में ये मैसेज हमें नहीं दिखा. अब या तो दिग्विजय सिंह ने ये रीट्वीट डिलीट कर दिया या फिर दिग्विजय सिंह का रिट्वीट नकली बनाया गया. पर ट्वीट उनके नीले निशान वाले एकाउंट से था लिहाजा झूठे होने का सवाल नहीं उठता.

यहां निराशा हाथ लगने पर हमने एबीपी न्यूज की लाइब्रेरी में बाबा रामदेव के कुछ वीडियो तलाशे.तो हमें एक वीडियो मिला. ये वीडियो 10 जून 2011 का है. इस वीडियो और वायरल तस्वीर में काफी समानता है. ये वीडियो तबका है जबकि बाबा रामदेव दिल्ली के रामलीला मैदान से निकल कर हरिद्वार पहुंचे थे और वहां यूपीए सरकार के खिलाफ अनशन में बैठ गए थे. ज्यादा हालत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल ले जाया गया था. बाबा रामदेव के एटीएम कतार में बेहोश होने के वायरल मैसेज में दिख रही तस्वीर भी उसी दौरान की लग रही है.

इस बात पर तो लोगों को पहले से अविश्वास था क्योंकि रामदेव को अगर कुछ होता तो वो बड़ी खबर होती और देश भर के टीवी अखबर में सुर्खियां बनती. पर अब जो बात रामदेव ने बताया वो आप गौर से पढ़िए ताकि आगे ऐसे किसी मैसेज से गुमराह न हो सकें. बाबा रामदेव ने बताया कि उनके पास तो बैंक एकाउंट ही नहीं है. इसलिए उनको लाइन में लगने की जरूरत ही नहीं है. ऐसे में एटीएम की लाइन में रामदेव की बेहोशी का वायरल मैसेज गलत साबित हुआ है.