Tunnel Accident Rescue Operation Continued: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को निकालने के लिए युद्ध स्तर पर बचाव अभियान चल रहा है. आज शनिवार को अभियान का 14वां दिन है. हालांकि एक भी मजदूर को अभी तक बाहर निकालने का रास्ता सुनिश्चित नहीं हो पाया है.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मौके पर जमे हुए हैं और बचाव अभियान की निगरानी कर रहे है. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बचाव अभियान पर रोज ही अपडेट ले रहे हैं. शनिवार को ही PM मोदी ने मुख्यमंत्री को फोन कर अभियान के चल रहे आखिरी चरण में तैयारियों और समस्याओं की विस्तृत जानकारी ली है.
मुख्यमंत्री ने बताया क्या हुई बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फोन कॉल के बारे में खुद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जानकारी दी है. उन्होंने बताया है कि PM मोदी को बचाव अभियान के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई है. धामी ने श्रमिकों को जल्द ही सकुशल बाहर निकालने में सफल होने का दावा किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बातचीत की जानकारी शेयर करते हुए उत्तराखंड के मूख्यमंत्री धामी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया है. उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिलक्यारा, उत्तरकाशी टनल में फंसे श्रमिकों को लेकर बेहद संवेदनशील हैं. प्रधानमंत्री प्रतिदिन श्रमिकों का कुशलक्षेम एवं सुरंग में जारी राहत एवं बचाव कार्यों की विस्तृत जानकारी ले रहे हैं."
धामी ने आगे बताया, केंद्रीय एजेंसियां, प्रदेश प्रशासन एवं अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों की टीमें सारे विकल्पों पर कार्य कर रही हैं, हम शीघ्र ही श्रमिक भाइयों को सकुशल बाहर निकालने में सफल होंगे.
हाथ से ड्रिलिंग की तैयार
आपको बता दें कि बचाव अभियान के दौरान ड्रिलिंग के लिए इस्तेमाल हो रही यूएस मेड ऑगर मशीन की राह में बार-बार आ रही बाधाओं के कारण अब खास तैयारी हो रही है. अभियान में जुटे लोग अब पारम्परिक तरीके से हाथ से ही ड्रिलिंग करने के विकल्प पर विचार कर रहे हैं. न्यूज एजेंसी PTI की रिपोर्ट के मुताबिक अधिकारी इसके लिए हथौड़ा, साबल, गैस कटर जैसे सामान्य टूल लेकर उस पाइप में प्रवेश करेंगे, जिससे मजदूरों को बाहर निकाला जाता है. अंदर फंसे मजदूरों को पाइप के जरिए हेल्दी फूड सप्लाई किया जा रहा है जिसकी वजह से वे शारीरिक तौर पर स्वस्थ बने हुए हैं. उनकी मानसिक सेहत की बेहतरी के लिए भी चिकित्सकों की टीम लगातार उनसे बात कर रही है.
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