Turkiye Earthquake: तुर्किए-सीरिया में बिगड़ते जा रहे हालात, शव दफनाने के लिए जगह नहीं, अब तक 26 हजार से ज्यादा की मौत
Turkiye-Syria Earthquake News: तुर्किए (तुर्की) और सीरिया में आए भूकंप में मारे गए लोगों को दफनाने के लिए कब्रिस्तान में जगह कम पड़ रही है. शनिवार को एक भारतीय का भी शव मिला है.
Turkiye Earthquake Update: तुर्किए (तुर्की) और सीरिया (Syria) में सोमवार (6 फरवरी) को आए विनाशकारी भूकंप से हालात बिगड़ते जा रहे हैं. दोनों देशों में मृतकों की संख्या शनिवार (11 फरवरी) को 26 हजार के पार पहुंच गई है और हर गुजरते घंटे के साथ ये संख्या बढ़ती ही जा रही है. तुर्किए (तुर्की) में हालात इतने बिगड़ गए हैं कि कब्रिस्तान (Graveyard) में शव दफनाने के लिए भी जगह नहीं है. इसी बीच शनिवार को राहत बचाव कार्य के दौरान एक भारतीय का भी शव मिला है.
तुर्किए (तुर्की) और सीरिया में सोमवार को 7.8, 7.6 और 6.0 तीव्रता के एक के बाद एक तीन विनाशकारी भूकंप आए थे. जिसमें 26 हजार लोगों की जिंदगी जाने के साथ-साथ 85 हजार से ज्यादा लोग घायल भी हुए हैं. दोनों देशों में मलबा हटाने का काम अब भी जारी है. मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है.
शवों को दफनाने की जगह नहीं
तुर्किए (तुर्की) और सीरिया में शवों को दफनाने की जगह नहीं है. अस्थाई कब्रिस्तान बनाकर उन्हें दफनाने की व्यवस्था की जा रही है. हाड़ कंपा देने वाली ठंड के बीच तुर्किए (तुर्की) और सीरिया में भूकंप पीड़ितों को बचाने का काम जारी है. द गर्डियन के अनुसार, सीरियाई सीमा पर तुर्किए (तुर्की) के गाजियांटेप में नूर्डागी कब्रिस्तान में जल्द ही मृतकों के लिए और जगह नहीं होगी.
इसके अलावा सड़क पर पिकअप ट्रकों की कतार में दर्जनों लाशें एक-दूसरे के ऊपर पड़ी हैं, जिन्हें दफन किए जाने का इंतजार किया जा रहा है. अधिकारियों ने शहर में आने वाली लाशों की भारी संख्या को देखते हुए पड़ोसी गांवों और इस्तांबुल से ताबूतों की डिलीवरी की है.
एक भारतीय का शव मिला
इसी बीच इस त्रासदी में मारे गए एकमात्र भारतीय विजय कुमार (35) का शव शनिवार सुबह पूर्वी अनातोलिया क्षेत्र के मालट्या शहर में 24 मंजिला होटल के मलबे के नीचे मिला है. उत्तराखंड में उनके परिवार के सदस्यों ने बचाव स्थल से भेजी गई तस्वीरों से कुमार के बाएं हाथ पर बने टैटू से उनके शरीर की पहचान की. सरकारी सूत्रों ने पुष्टि की है कि कुमार का शव मालट्या के एक होटल के मलबे के नीचे पाया गया था, जहां वह 23 जनवरी से मध्य फरवरी तक एक परियोजना कार्य के लिए ठहरे हुए थे.
एनडीआरएफ ने आठ साल की बच्ची को सुरक्षित निकाला
भारत की ओर से दोनों देशों को मदद भी भेजी गई है. एनडीआरएफ (NDRF) के कई जवान राहत बचाव कार्य में जुटे हुए हैं. राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के जवानों ने शनिवार को तुर्किए (Turkiye) में एक ढही हुई इमारत के मलबे से आठ साल की बच्ची को सुरक्षित बाहर निकाला है. एनडीआरएफ के प्रवक्ता ने कहा कि तुर्किए सेना के जवानों के साथ गाजियांतेप प्रांत के नूरदगी शहर में अभियान चलाया गया. इसी इलाके से बच्ची को सुरक्षित निकाला है.
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