Indian Soldier New Born Son Named After Turkiye Earthquake: जिंदगी मुश्किलों में खुशी के रास्ते ढूंढ ही लेती है. तुर्किए- सीरिया में भयावह भूकंप से जिंदगी की जद्दोजहद जारी है, लेकिन इस सबके बीच इंसानियत की जीत के उत्सव की खबरें भी दुनिया को मिल रही हैं. तुर्किए में भारत का ऑपरेशन दोस्त खुशी बन रहा है. इस ऑपरेशन में शामिल होने जा रहे भारतीय जवानों की निजी जिंदगी मिसाल पेश कर रही है कि इंसानियत की खिदमत को परिवार से पहले कैसे रखा जाता है. तुर्किए में भारत के राहत और बचाव दल में शामिल भारतीय जवान राहुल चौधरी की कहानी भी कुछ ऐसी ही है.


'प्रेग्नेंट बीवी ने कहा देश सेवा पहले'


भारत की तरफ से तुर्किए में मदद के लिए भेजे गई राहत-बचाव की टीम के मिशन को‘ऑपरेशन दोस्त’ नाम दिया गया. इसके जरिए सैन्य विमानों के जरिए डॉग स्क्वायड, सेना का फील्ड हॉस्पिटल और राहत सामग्री के साथ खोज और बचाव दल भी रवाना किया गया. भारतीय सेना से 99 लोगों की टीम भी वहां भेजी गई.


इस टीम में यूपी के हापुड़ जिले के हवलदार राहुल चौधरी भी शामिल हैं. राहुल चौधरी का यहां जिक्र करने का एक खास मकसद है. दरअसल जब हवलदार राहुल चौधरी को तुर्किए जाने के लिए चुना गया उस वक्त वो अपने बच्चे के दुनिया में आने का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे. भूकंपग्रस्त तुर्किए जाने के लिए उनके पासपोर्ट पर मुहर भी लग चुकी थी. अब हवलदार चौधरी के सामने मुश्किल ये थी कि वो देश की सेवा और परिवार में किसे तवज्जो दें.


दरअसल उनकी प्रेग्नेंट वाइफ का 8 फरवरी को सिजेरियन ऑपरेशन होना था. हवलदार राहुल चौधरी बताते हैं कि वो सीधे अपने सीनियर्स के पास गए और अपनी वाइफ की सिजेरियन सर्जरी के बारे में बताया. वह कहते हैं कि उनके सीनियर्स ने उन्हें उनकी वाइफ से बात करने को कहा.


हवलदार राहुल ने अपनी वाइफ को सारी बात बताई तो उन्होंने उन्हें टीम के साथ जाने को कहा. उनकी वाइफ ने कहा कि उन्हें अपने देश की सेवा पहले करनी चाहिए. फिर क्या था हवलदार राहुल चौधरी ने बगैर देर किए अपना बैग पैक किया और टीम के साथ तुर्किए के लिए रवाना हो गए. 


फ्लाइट में बैठते ही वाइफ ऑपरेशन थियेटर में


हवलदार राहुल चौधरी तुर्किए के लिए फ्लाइट में बैठे ही थे कि उन्हें पता चला कि उनकी वाइफ को ऑपरेशन थियेटर ले जाया गया है और जैसे ही उन्होंने भूकंपग्रस्त तुर्किए की जमीं पर कदम रखा तो उन्हें बेटा पैदा होने की खबर मिली. वहां उनके आर्मी हॉस्पिटल के दोस्त चाहते हैं कि वो अपने बेटे का नाम तुर्की चौधरी रखें.


हवलदार राहुल चौधरी के साथ ही तुर्किए में राहत-बचाव दल के साथ गए यूपी के गोरखपुर के सिपाही कमलेश कुमार चौहान को भी तुर्किए में लैंड करते ही बेटे के पिता बनने की सूचना मिली. दोस्तों ने उन्हें अपने बेटे का नाम इंस्कंदेरम चौहान (Iskenderun Chauhan) रखने को कहा, क्योंकि इंस्कंदेरम के हाते प्रांत में भारत के राहत-बचाव दल ने 30 बेड का फील्ड हॉस्पिटल बनाया है.


गौरतलब है कि तुर्किए और सीरिया में 6 फरवरी को आए भूकंप से मरने वालों की संख्या 34,000 को पार कर गई है. दुनिया के कई देशों की तरह ही भारत ने भी 'ऑपरेशन दोस्त' के तहत वहां सैनिकों को भेजा है. 


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