Turkiye Syria Earthquake: अब तक 8000 लोगों की मौत, भारत ने मदद के लिए भेजे 5 विमान | 10 बड़ी बातें
तुर्किए (तुर्की) और सीरिया में राहत बचाव कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है. इस दौरान ठंड की वजह से काफी दिक्कतों का भी सामना करना पड़ रहा है. भारत की ओर से दोनों देशों के लिए मदद भेजी गई है.
Turkiye-Syria Earthquake Update: तुर्किए (तुर्की) और सीरिया में सोमवार (6 फरवरी) को आए विनाशकारी भूकंप (Earthquake) से हर तरफ तबाही का मंजर है. मंगलवार (7 फरवरी) को मृतकों की संख्या 8000 के पार पहुंच गई है. तुर्किए (तुर्की) के राष्ट्रपति ने भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में तीन महीने के लिए इमरजेंसी (Emergency) की घोषणा की है. डब्ल्यूएचओ (WHO) ने इस बीच बाकी देशों से सीरिया की ज्यादा मदद करने की भी अपील की है. जानिए इस मामले से जुड़ी बड़ी बातें.
1. तुर्किए (तुर्की) और सीरिया में सोमवार की सुबह 7.8, 7.6 और 6.0 तीव्रता के लगातार तीन विनाशकारी भूकंप आए थे. इसमें अब तक 6200 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है. जिसमें तुर्किए (तुर्की) में अधिक लोग मारे गए हैं. WHO के अनुसार, इस त्रासदी से 23 करोड़ लोग प्रभावित हो सकते हैं.
2. तुर्किए (तुर्की) और सीरिया में राहत बचाव कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है. इस दौरान कई दिल को झकझोर देने वाले मंजर भी सामने आए. उत्तरी सीरिया में एक घर के मलबे से एक नवजात को जीवित निकाला गया. जो अपनी मां के गर्भनाल से जुड़ा हुआ था. हादसे में बच्चे की मां की मौत हो गई. जिंदयारिस शहर में 7.8 तीव्रता के भूकंप के झटकों के बाद ये बच्ची अपने परिवार में अकेली जीवित बची है.
3. समाचार एजेंसी एएफ़पी को अल-सुवादी नाम के व्यक्ति ने बताया, "जब हम खुदाई कर रहे थे तो हमें एक आवाज सुनाई दी. हमने धूल साफ की और बच्चे को गर्भनाल [बरकरार] के साथ पाया, इसलिए हमने इसे काट दिया और मेरे चचेरे भाई उसे अस्पताल ले गए. बच्ची ठीक है."
4. भारत ने मंगलवार को तुर्किए (तुर्की) में चार सैन्य विमानों में डॉग स्क्वायड, सेना का फील्ड हॉस्पिटल और राहत सामग्री के साथ खोज और बचाव दल भेजा. भारत ने 30 बिस्तरों वाली चिकित्सा सुविधा स्थापित करने के लिए तुर्किए (तुर्की) में एक भारतीय सेना का फील्ड हॉस्पिटल भेजा. IAF के पहले विमान में 45 सदस्यीय मेडिकल टीम को रवाना किया गया. जिसमें क्रिटिकल केयर विशेषज्ञ और सर्जन शामिल रहे. इसमें एक्स-रे मशीन, वेंटिलेटर, ओटी और अन्य उपकरण भी भेजे गए.
5. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि वायुसेना ने तुर्किए (तुर्की) के लिए कुल चार विमान भेजे हैं. चौथा विमान फील्ड अस्पताल के शेष हिस्से के साथ तुर्किए (तुर्की) के लिए रवाना हुआ. इसमें भारतीय सेना की चिकित्सा टीम के 54 सदस्यों के साथ-साथ सुविधा स्थापित करने के लिए चिकित्सा और अन्य उपकरण शामिल थे. विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने ट्वीट किया, "6 टन आपातकालीन राहत सहायता लेकर आईएएफ का एक विमान सीरिया के लिए रवाना हो गया है. इस खेप में जीवन रक्षक दवाएं और आपातकालीन चिकित्सा सामग्री शामिल हैं. भारत इस त्रासदी से सबसे ज्यादा प्रभावित लोगों के साथ एकजुटता के साथ खड़ा है."
India's Humanitarian Assistance and Disaster Relief (HADR) capabilites in action.
— Arindam Bagchi (@MEAIndia) February 6, 2023
The 1st batch of earthquake relief material leaves for Türkiye, along with NDRF Search & Rescue Teams, specially trained dog squads, medical supplies, drilling machines & other necessary equipment. pic.twitter.com/pB3ewcH1Gr
6. तुर्किए (तुर्की) के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने मंगलवार को भूकंप से प्रभावित 10 दक्षिण-पूर्वी प्रांतों में तीन महीने के आपातकाल की घोषणा की. एर्दोगन ने कहा कि मानवीय राहत कर्मचारियों और वित्तीय सहायता के साथ प्रभावित क्षेत्रों में कई आपातकालीन उपाय किए जाएंगे. हम इस फैसले से संबंधित प्रक्रियाओं को जल्दी से पूरा करेंगे, जो हमारे 10 प्रांतों को कवर करेगा. एर्दोगन ने कहा कि उनकी सरकार 50,000 से अधिक सहायता कर्मियों को क्षेत्र में भेजेगी और वित्तीय सहायता में 100 अरब लीरा (5.3 अरब डॉलर) आवंटित करेगी. तुर्किए (तुर्की) के अधिकारियों ने कहा कि 45 देशों के 2,600 से अधिक आपातकालीन स्वास्थ्य और बचाव कर्मियों को प्रभावित क्षेत्रों में मंगलवार तक तैनात किया गया.
7. सीरिया के पास के अलग-थलग क्षेत्र में बचाव कार्य भयंकर बर्फीले तूफान से बाधित हो गया है. इस वजह से यहां भोजन और सहायता भेजने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के वरिष्ठ अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि सीरिया में और दक्षिणी तुर्किए (तुर्की) में एक बड़े भूकंप से हजारों लोगों की मौत के बाद मानवीय सहायता की जरूरत सबसे ज्यादा है.
8. डब्ल्यूएचओ के वरिष्ठ आपातकालीन अधिकारी, एडेलहेड मार्सचैंग ने कहा कि तुर्की के पास संकट का जवाब देने की एक मजबूत क्षमता है, लेकिन मदद की मुख्य आवश्यकता सीरिया में होगी, जो पहले से ही गृहयुद्ध और हैजा फैलने के संकट से जूझ रहा है. डब्ल्यूएचओ के अधिकारी ने कहा कि 1.4 मिलियन बच्चों सहित लगभग 23 मिलियन लोगों के प्रभावित होने की संभावना है. डैमेज मैपिंग ये समझने का एक तरीका है कि हमें अपना ध्यान कहां केंद्रित करने की आवश्यकता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी दी है कि हताहतों की संख्या 20,000 से अधिक हो सकती है.
9. तिब्बत के आध्यात्मिक नेता दलाई लामा ने तुर्किए (तुर्की) और सीरिया में आए विनाशकारी भूंकप में बड़ी संख्या में लोगों की मौत पर मंगलवार को दुख जताया. उन्होंने कहा, "मैं उन परिवारों के प्रति अपनी शोक संवेदना व्यक्त करता हूं जिन्होंने अपनों को खो दिया और उन सभी लोगों के लिए प्रार्थना करता हूं जो इस त्रासदी से प्रभावित हुए. इस त्रासदी से प्रभावित तुर्किए (तुर्की) और सीरिया के लोगों के साथ अपनी एकजुटता प्रदर्शित करते हुए मैंने दलाई लामा के गडेन फोदरंग फाउंडेशन से बचाव और राहत कार्य के लिए दान देने को कहा है."
10. भारत की मदद की सराहना करते हुए भारत में तुर्किए (तुर्की) के राजदूत फरात सुनेल ने मंगलवार को कहा कि भारत उन देशों में शामिल है जो खोज और बचाव कार्यों के लिए टीमें भेज रहा है. उन्होंने भारत को दोस्त बताते हुए कहा कि भारत की मदद देश के लिए एक बड़ा नैतिक समर्थन है. उन्होंने कोविड काल को याद किया जब तुर्की ने भारत को चिकित्सा सहायता से लदे दो वाहक भेजे और कहा कि वही बात दोहराई जा रही है क्योंकि नई दिल्ली भी अंकारा को सहायता प्रदान कर रही है. तुर्किए (तुर्की) के राजदूत ने कहा, "जरूरत में काम आने वाला दोस्त ही सच्चा दोस्त होता है."
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